New Delhi : कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को चीन के मानचित्र में दिखाये जाने पर आज मंगलवार को कड़ी आपत्ति दर्ज की. कहा कि दोनों भारत के अभिन्न अंग हैं, जिसे किसी आदतन अपराधी (इशारा चीन की ओर) द्वारा ऐसे अवैध सीमांकन या मनमाने तरीके से बनाये नक्शे से नहीं बदला जा सकता.
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दावा:
PM मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग से की मुलाकात। LAC पर विवाद को लेकर सख्त लहजे में की बात।
हकीकत:
PM मोदी से मुलाकात के 4 दिन बाद चीन ने जारी किया नया नक्शा। अरुणाचल और अक्साई चिन को बताया अपना इलाका।
— Congress (@INCIndia) August 29, 2023
The Indian territories including Arunachal Pradesh and Aksai Chin are an indistinguishable and inalienable part of India.
No arbitrarily invented Chinese map can change that.
China is a habitual offender when it comes to renaming and redrawing maps of territories, belonging to… pic.twitter.com/ZqgYzxZss7
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 29, 2023
A short history of the India-China Border issue 👇🏾.China’s claims on Arunachal Pradesh are absurd, illogical and historically incorrect.
China has no claim on Arunachal Pradesh.
Outstanding issue btwn India & China Is vacation of illegal territory occupied since-April 2020 . https://t.co/VthxIpqQDP— Manish Tewari (@ManishTewari) August 29, 2023
कोई चीनी नक्शा इसे नहीं बदल सकता
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से कहा कि आगामी जी20 सम्मेलन के दौरान भारतीय क्षेत्र में चीन की घुसपैठ का वैश्विक स्तर पर खुलासा किया जाये. बता दें कि चीन ने एक दिन पहले ही अपने मानक मानचित्र का 2023 का संस्करण आधिकारिक रूप से जारी किया था. जिसमें अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन, ताईवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को भी दर्शाया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन समेत भारतीय क्षेत्र भारत के अभेद्य और अभिन्न हिस्से हैं और मनमाने तरीके से तैयार किया गया कोई चीनी नक्शा इसे नहीं बदल सकता.
चीन का दावा बेतुका, अतार्किक और ऐतिहासिक रूप से गलत
उन्होंने एक्स पर लिखा, अन्य देशों से जुड़े क्षेत्रों का नाम बदलने और उन्हें नक्शों पर दर्शाने के मामले में चीन आदतन अपराधी रहा है. कांग्रेस इस तरह के अवैध सीमांकन या भारतीय क्षेत्रों का नाम बदलने पर कड़ी आपत्ति जताती है. कांग्रेस नेता और लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने भी अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावों को बेतुका, अतार्किक और ऐतिहासिक रूप से गलत’ करार दिया और सरकार से आग्रह किया कि हाल के दिनों में चीन द्वारा अतिक्रमण में कब्जाये गये भारतीय क्षेत्रों पर पुन: नियंत्रण पाया जाये. उन्होंने एक्स पर लिखा, भारत और चीन के बीच लंबित मुद्दा अप्रैल 2020 से अवैध तरीके से कब्जाये क्षेत्र को छोड़ना है.
आत्मावलोकन करना चाहिए कि दिल्ली में शी चिनफिंग को तवज्जो देनी है या नहीं
तिवारी ने कहा, मोदी सरकार को आत्मावलोकन करना चाहिए कि दिल्ली में शी चिनफिंग को तवज्जो देनी है या नहीं, क्योंकि उन्होंने भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है. खड़गे ने कहा, हम अपने पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व चाहते हैं जिसमें चीन शामिल है. हम वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अमन चैन चाहते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हालांकि यह दुखदायी है कि गलवान की घटना के बाद चीन की ओर से धोखेबाजी और आक्रामकता जारी है. प्रधानमंत्री मोदी की ओर से दी गयी छूट के कारण ऐसा हुआ. जिन्होंने हमारे 20 बहादुर जवानों की शहादत के बाद कहा था कि हमारे क्षेत्र में कोई नहीं घुसा. कहा कि मई 2020 से पहले बनी यथास्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है और सरकार को इस स्थिति की बहाली से कम किसी चीज में नहीं मानना चाहिए.
भारतीय क्षेत्र में 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर चीन का अवैध कब्जा समाप्त हो
उन्होंने कहा, मोदी सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि एलएएसी में भारतीय क्षेत्र में 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर चीन का अवैध कब्जा समाप्त होना चाहिए. भारत ने बार-बार कहा है कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा देश का अभिन्न हिस्सा रहेगा. चीन के सरकारी समाचारपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक्स पर लिखा, चीन के मानक मानचित्र का 2023 संस्करण आधिकारिक तौर पर सोमवार को जारी किया गया और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के स्वामित्व वाली मानक मानचित्र सेवा की वेबसाइट पर इसे जारी किया गया. यह मानचित्र चीन और दुनिया के विभिन्न देशों की राष्ट्रीय सीमाओं की रेखांकन विधि के आधार पर संकलित किया गया.