New Delhi : एपल आईफोन हैकिंग के विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए केंद्र सरकार विपक्ष पर हमलावर हो गयी है. केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विन वैष्णव ने आज मंगलवार को कहा कि आरोपों की जांच के आदेश जारी किये गये हैं. अश्विन वैष्णव ने विपक्ष के आरोपों पर कहा, हमारे कुछ आलोचक हैं जो हमेशा झूठे आरोप लगाते रहते हैं. कहा कि ये लोग देश की प्रगति नहीं चाहते. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
अपनी बात साफ करते हुए कहा कि एपल ने 150 देशों में एडवाइजरी जारी की है. एपल ने अनुमान के आधार पर मैसेज भेजा है. एपल ने अपना स्पष्टीकरण जारी कर दिया है.
“Opposition indulging in destructive politics”: IT Minister on ‘state-sponsored’ hacking allegations
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— ANI Digital (@ani_digital) October 31, 2023
Apple issued a statement within minutes of Rahul Gandhi making a complete joke of himself. What is it that drives him to champion foreign agencies sponsored stories? Soros? Last time too he didn’t submit his phone for investigation. Why waste national time by making frivolous…
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 31, 2023
#WATCH | On Apple’s ‘state-sponsored attack’ message to some Opposition members, BJP leader Gaurav Bhatia says, “…Apple has made it clear that these alerts are often false alarms…It should be asked why Rahul Gandhi and others don’t follow the legal process, don’t file a… pic.twitter.com/sglObdcW7g
— ANI (@ANI) October 31, 2023
इस क्रम में श्री वैष्णव ने कहा कि विपक्षी दलों की आदत है कि जब उनके पास कोई अहम मुद्दा नहीं होता तो कहने लगते हैं कि उनकी निगरानी हो रही है. कहा कि ऐसे ही आरोप पूर्व में भी लगाने की कोशिश की गया थी. इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुई, लेकिन कुछ नहीं निकला.
हमने Apple से जांच में शामिल होने के लिए कहा है : अश्विनी वैष्णव
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत सरकार सभी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से लेती है और इस तरह के मैसेजेस की तह तक जाने के लिए जांच करेगी. ऐसी जानकारी और व्यापक अटकलों को लेकर हमने Apple से कथित राज्य प्रायोजित हमलों पर वास्तविक, सटीक जानकारी के साथ जांच में शामिल होने के लिए भी कहा है.
कुछ लोग सरकार प्रायोजित हमले के नाम पर हंगामा खड़ा कर रहे हैं
इससे पहले विपक्षी नेताओं के आरोपों पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर डाले गये अपने पोस्ट में कहा, हमेशा की तरह कुछ लोग सरकार प्रायोजित हमले के नाम पर हंगामा खड़ा कर रहे हैं और खुद को शहीद बताने का नाटक कर रहे हैं. सब अच्छा है…लेकिन संभावना है कि हमेशा की तरह ही इस हंगामे की हवा निकल जायेगी! उन्होंने कहा, एप्पल के स्पष्टीकरण की प्रतीक्षा क्यों न की जाये? या हंगामा खड़ा करने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते?
एपल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ये अलर्ट अक्सर झूठे अलार्म होते हैं
भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि एपल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ये अलर्ट अक्सर झूठे अलार्म होते हैं. यह पूछा जाना चाहिए कि राहुल गांधी और अन्य ऐसा क्यों करते हैं. कानूनी प्रक्रिया का पालन करें, पुलिस में शिकायत दर्ज न करें या एपल कंपनी को न लिखें, बल्कि राजनीति करें. कहा कि हमने भी साइबर विशेषज्ञों से बात की है.
कुछ ऐसे देश हैं जो भारत से दुश्मनी रखते हैं और इस तरह की जासूसी करने में माहिर हैं, मैं यह कहना चाहूंगा कि मैलवेयर, फिशिंग और स्पाइवेयर आपके फोन पर तब आते हैं जब कोई व्यक्ति ऐसी वेबसाइटों तक पहुंचता है और गलत सामग्री भी देखता है.
एपल ने कहा, स्टेट स्पॉन्सर्ड हमले अत्यधिक जटिल होते हैं
इसी बीच एपल ने अपनी सफाई जारी कर दी. एपल कंपनी के अनुसार उनके नोटिफिकेशन 150 देशों में जाते हैं. कभी-कभी कुछ ऐसे नोटिफिकेशन होते हैं, जो फॉल्स अलार्म होते हैं. कहा कि पारंपरिक साइबर अपराधियों के विपरीत राज्य प्रायोजित हमलावर बहुत कम संख्या में कुछ ही लोगों और उनके उपकरणों (फोन- ई मेल आदि) को टारगेट करने के लिए असाधारण संसाधनों का उपयोग करते हैं.
इस कारण इन हमलों का पता लगाना और रोकना अत्य़धिक कठिन हो जाता है. स्टेट स्पॉन्सर्ड (राज्य प्रायोजित) हमले अत्यधिक जटिल होते हैं. कहा कि इन्हें विकसित करने में लाखों डॉलर खर्च होते हैं.
अधिकांश यूजर्स को ऐसे हमलों द्वारा टारगेट किया जाना कभी भी संभव नहीं है. कंपनी(एपल) ने कहा, हम इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे पायेंगे कि किस कारण से ये अलर्ट गया, क्योंकि इससे स्टेट स्पॉन्सर्ड हमलावरों को भविष्य में पता लगाने से बचने के लिए अपने व्यवहार को अनुकूल करने में मदद मिल सकती है.
आपको ऐसे डरा हुआ देख कर मुझे आप पर दया आती है
इस मामले की तह में जायें तो सबसे पहले तृणमूल कांग्रेस की सांसद मोइत्रा ने कुछ स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा, एपल से मुझे टेक्स्ट और ईमेल प्राप्त हुआ कि सरकार मेरे फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है. एचएमओ इंडिया को बचने का मौका मिल गया. अडानी और पीएमओ धमकियां देते हैं … आपको ऐसे डरा हुआ देख कर मुझे आप पर दया आती है.
थरूर ने अपने पोस्ट के साथ PMO,खड़गे और राहुल गांधी को भी टैग किया
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी इसी तरह का पोस्ट किया. उन्होंने एक्स पर तंज कसते हुए कहा, एपल आईडी से प्राप्त हुआ, जिसका मैंने सत्यापन किया है. प्रामाणिकता की पुष्टि हुई. मेरे जैसे करदाताओं के पैसे पर अल्प-रोजगार अधिकारियों को व्यस्त देखकर खुशी हुई! थरूर ने अपने पोस्ट के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को भी टैग किया. इसी तरह का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए खेड़ा ने कहा, प्रिय मोदी सरकार, आप यह क्यों कर रही हो? विपक्ष की कई आवाजों को निशाना बनाया गया है.
स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपके आईफोन को टारगेट कर सकते हैं
एपल आईफोन में रिसीव किये गये अलर्ट के अनुसार स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपके आईफोन को टारगेट कर सकते हैं. एपल ऐसा मान रहा है कि एपल आईडी से जुड़े आपके आईफोन को रिमोटली अटैक करने की कोशिश की जा रही है. ये हमलावर संभवत: सिर्फ आपको टारगेट कर रहे हैं. चेताया कि अगर स्टेट स्पॉन्सर्ड हमलावर आपके फोन को हैक कर लेता है, तो वो कई गोपनीय डाटा, कम्युनिकेशन और यहां तक कि आपके फोन का कैमरा और माइक्रोफोन भी एक्सेस कर सकता है.