Jamshedpur : बिष्टुपुर से 32 लाख रुपये की लूट के 48 घंटे के बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही है. घटना के बाद व्यापारियों ने नकदी बरामद करने और घटना का उद्भेदन करने के लिये 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. घटना के ठीक दूसरे दिन व्यापारियों ने विधि-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बिष्टुपुर में धरना दिया था. इसके बाद व्यापारियों ने कारोबार बंद कर देने की चेतावनी भी की है.
इसे भी पढ़ें: शिक्षा विभाग ने सरेंडर किये साढ़े चार सौ करोड़ रुपये, मंत्री ने डीईओ-डीएससी की ले ली क्लास
तीन दिनों से नये और पुराने बदमाशों को टटोल रही है पुलिस
लूट की घटना के तीन दिनों के बाद भी जिले की पुलिस टीम नये और पुराने बदमाशों को टटोल रही है. उससे पूछताछ करके सुराग ढूंढने का काम कर रही है. हालाकि तीन दिनों के अंतराल में पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी है, लेकिन पुलिस अपने स्तर से सफलता पाने का पूरा प्रयास कर रही है. सीसीटीवी कैमरे में कैद हुलिया के आधार पर पुलिस छापेमारी भी कर रही है.
अल्टीमेटम पूरा होने के बाद करेंगे बैठक : मूनका
सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि पुलिस प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. समय पूरा होने के बाद व्यापारियों के साथ एक बैठक करेंगे. बैठक में जैसा निर्णय लिया जायेगा, उसके हिसाब से आंदोलन किया जायेगा.
विधि व्यवस्था की बदहाली से जनता भयाक्रांत : अनिल मोदी
सिंहभूम चैम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के सचिव (ट्रेड एंड कॉमर्स) अनिल मोदी ने बिस्टुपुर में हुई लूट पर कहा कि जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में लगातार हो रही चोरी-छिनतई की घटनाएं शर्मनाक है. शहर में विधि व्यवस्था की स्थिति दिनों-दिन बदतर हो रही है. अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है और प्रसाशन बैकफुट पर दिखाई दे रहा है. अपराधियों का बढ़ता मनोबल प्रशासन की सक्रियता पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है. पुलिस की सारी सक्रियता हेलमेट चेकिंग और सीट बेल्ट पर ही सिमट कर रह गयी है. शहर के सभी मुख्य मार्गों के अलावा प्रत्येक चौक चौराहों पर बैरिकेटिंग लगाकर ट्रैफिक पुलिस की ओर से चेकिंग की जा रही है. बावजूद दिन-दहाड़े 32 लाख की लूट होना प्रशासन की सक्रियता पर तमाचा है. इससे शहर की छवि खराब हो रही है. आम आदमी भयाक्रांत है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि घटनाओं पर रोक लगाकर शहर को भयमुक्त किया जाये.
यह था मामला
14 फरवरी की सुबह छगनलाल दयालजी एंड संस के दो कर्मचारी प्रदुमन मंडल और विजय कुमार एक बैग में 32 लाख रुपये लेकर पैदल ही बिष्टुपुर कैनरा बैंक में पहुंचे हुये थे. यह रुपये शनिवार और रविवार के बिक्री के थे. दोनों जैसे ही कैनरा बैंक के गेट के भीतर घुसे थे कि दो बदमाश भी पीछे से घुस गये और दोनों पर हमला बोल दिया. घटना के समय भागने का प्रयास करने पर एक कर्मचारी को बदमाशों ने दबोच लिया और पिस्टल से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना के समय दोनों बदमाश हेलमेट पहने हुये थे और दोनों कर्मचारियों की 15 सेकेंड तक पिटाई की. आगे-आगे चल रहे प्रदूमन को बदमाशों का आभास होते ही वे भागने लगे तो पीछे से एक बदमाश ने उसे दबोच लिया और पटककर पिटाई कर दी. लात-घूसे और पिस्टल की बट से सिर के पीछे मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. इसके बाद दोनों बदमाश दौड़ते हुये बाहर निकले और बाइक स्टार्ट करके जी टाउन क्लब के रास्ते फरार हो गये. इस बीच एक बदमाश का हेलमेट सड़क किनारे ही पड़ा हुआ देखा गया. पुलिस ने बाद में हेलमेट को भी बरामद कर लिया. घटना के बाद पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ भी की है, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी है.
इसे भी पढ़ें: धनबाद : सादे ड्रेस में धनसार गए थे पुलिस वाले, इसलिए पीटे गए