Guwahati : AIUDF के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा है कि हमें मदरसों में बुरे तत्वों से कोई सहानुभूति नहीं है. वह जहां भी मिलें, सरकार उन्हें गोली मार दे. अगर मदरसों में 1-2 खराब शिक्षक होते हैं, तो सरकार को उन्हें हिरासत में लेना चाहिए और जांच पूरी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए. इस क्रम में बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि उनके कारण पूरे मुस्लिम समुदाय को जिहादी कहा जाता है, यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है. सरकार को उन्हें रोकना है, उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए.
We have no sympathy for them (bad elements in madrasas). Govt should shoot them wherever they find them. If 1-2 bad teachers are found at madrasas, Govt should impose detentions & pick them up once inquiry completes, do whatever they want: AIUDF chief Badruddin Ajmal, in Guwahati pic.twitter.com/2fnCiSIdz6
— ANI (@ANI) August 6, 2022
There have been several successful operations against jehadi modules by @assampolice.
In the last 5 months, 5 such modules of terrorist organisation Ansarullah Bangla Team have been busted by the police with help from other investigative agencies. pic.twitter.com/gBuKQeS55k
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 4, 2022
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मदरसे को बुलडोजर से ढहा दिया गया
जान लें कि असम में मदरसा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. पिछले दिनों असम के मोरीगांव स्थित एक मदरसे को बुलडोजर से ढहा दिया गया. जानकारी के अनुसार प्रशासन ने यूएपीए और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत यह कार्रवाई की. इस मामले में असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मदरसा अवैध था.कहा कि आतंकी मुस्तफा द्वारा संचालित जमीउल हुदा मदरसा ढहा दिया गया. यहां के बच्चों को विभिन्न स्कूलों में भर्ती करा दिया गया है.
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असम पुलिस ने अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े संदिग्धों को गिरफ्तार किया था
पिछले दिनों असम पुलिस ने अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा भी शामिल था. वह मदरसा का संचालक था. प्रशासन ने 4 अगस्त मुस्तफा के जमीउल हुदा मदरसे पर बुलडोजर चला दिया. इस मामले में विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवव्रत सैकिया ने कहा था कि एक कैबिनेट मंत्री ने हाल ही में आरोप लगाया था कि एआईयूडीएफ के राज्य में सक्रिय ‘जिहादियों से संबंध हैं. इस आरोप की जांच होनी चाहिए.
बदरुद्दीन अजमल एक विदेशी कट्टरपंथी संगठन के फंड से पार्टी चला रहे हैं
देवव्रत सैकिया ने कहा कि इस मामले से संबंध रखने वाला कोई भी व्यक्ति जांच के दायरे से बाहर नहीं होना चाहिए. असम में हाल की जिहादी गतिविधियों और AIUDF से कथित संबंधों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. सैकिया ने कहा कि एआईयूडीएफ का नाम फिर से सामने आ रहा है, इसलिए पारदर्शी जांच की जरूरत है. यहां तक कि मुख्यमंत्री ने भी पिछले साल आरोप लगाया था कि एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल एक विदेशी कट्टरपंथी संगठन के फंड से पार्टी चला रहे हैं. देवव्रत सैकिया के बयान के बाद ही AIUDF के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि हमें मदरसों में बुरे तत्वों से कोई सहानुभूति नहीं है. वह जहां भी मिलें, सरकार उन्हें गोली मार दे.
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