Ranchi: झारखंड विधानसभा के तीसरे दिन, वित्तीय वर्ष के लिए 3436 करोड़ रुपये का प्रथम अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हो गया. आजसू विधायक लंबोदर महतो ने अनुपूरक बजट पर कटौती प्रस्ताव को लाया था वह खारिज हो गया. अनुपूरक बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि अनुपूरक बजट राज्य हित में है. मूल बजट के समय कई चीजें छूट जाती हैं जिसे अनुपूरक बजट के माध्यम से पूरा किया जाता है.
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जिसमें स्थापना मद में 556 करोड़, योजना मद में 1436 करोड़, केंद्रीय स्किम के लिए 197 करोड़, केंद्र प्रायोजित योजना में राज्यांश मद में 1006 करोड़ और केन्द्रांश में 252 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि अनुपूरक में पंचायती राज विभाग के लिए 624 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. कहा कि अनुपूरक में स्वास्थ्य विभाग के लिए 465 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार के अनुपूरक प्रस्ताव से राज्य के राजकोषीय स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बेहतर वित्तीय प्रबंधन से हम इसकी भरपाई कर लेंगे.
बता दें कि मंगलवार को दिनभर सदन के अंदर बीजेपी विधायक हंगामा करते रहे. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गरमागरम बहस चलती रही. हंगामें को देखते हुए स्पीकर ने बीजेपी के चार विधायकों को निलंबित कर दिया हैं. इन विधायकों में भानु प्रताप साही, रणधीर प्रसाद, ढुल्लू महतो, जयप्रकाश भाई पटेल शामिल हैं. सभी को सदन से गुरुवार तक के लिए निलंबित किया गया है. बता दें कि सदन में भाजपा विधायक हेमंत सरकार पर कोयला बालू के लूट का आरोप लगा रहे थे. बीजेपी विधायक विरंची नारायण ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार जेल चले गये. तो राज्य के लिए बदनामी की स्थिति होगी. ऐसे में बीजेपी की मांग है कि मुख्यमंत्री सदन में अपना पक्ष रखें नहीं तो वह पद से इस्तीफा दे दें.
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