Ranchi: झारखंड एटीएस ने भाकपा माओवादी संगठन और आपराधिक गिरोहों को हथियार उपलब्ध कराने वाले सीआरपीएफ जवान समेत तीन को गिरफ्तार किया है. गद्दारों में बिहार का रहने वाला सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं. इनके पास से 450 राउंड गोली की बरामदगी हुई है.
भाकपा माओवादी और अपराधी गिरोहों को उपलब्ध कराता था हथियार और गोली
एटीएस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इन अपराधियों के द्वारा भाकपा माओवादी संगठन को बड़ी संख्या में एके-47 और इंसास राइफल का कारतूस उपलब्ध कराया गया है. इनके द्वारा अलग-अलग आपराधिक गिरोहों जिनमें अमन साहू गिरोह भी शामिल हैं, उन्हें भी हथियार और कारतूस मुहैया कराया है.
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कई अपराधी गिरोह के संपर्क में था सीआरपीएफ का जवान अविनाश कुमार
गिरफ्तार अभियुक्त अविनाश कुमार सीआरपीएफ के 182 बटालियन में आरक्षी के रूप में पुलवामा में पदस्थापित था. जो पिछले 4 महीने से अनुपस्थित रहा है. वह 24 अगस्त 2018 को मोकामा ग्रुप सेंटर से सीआरपीएफ में बहाल हुआ था. पहले 112 बटालियन सीआरपीएफ लातेहार और 204 बटालियन कोबरा जगदलपुर में पदस्थापित रहा. साल 2017 से 182 बटालियन जगदलपुर में पदस्थापित है. वह अपराधी अमन साहू, हरेंद्र यादव और लल्लू खान से संपर्क में था. वर्तमान में हरेंद्र यादव और लल्लू खान शेरघाटी और गया जेल में बंद हैं.
माओवादियों ने ठेकेदार को गोली उपलब्ध कराने की दी थी जिम्मेवारी
गिरफ्तार अपराधी ऋषि कुमार हटिया रांची में ट्रांसपोर्टेशन का कार्य और एयरपोर्ट रोड में भवन निर्माण का कार्य करता था. इसी दौरान वह ठेकेदार संजय सिंह और मुहाहिर के संपर्क में आया. जो सरायकेला और चाईबासा क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे था. इन ठेकेदारों को माओवादियों द्वारा गोली उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी दी गई थी. इन ठेकेदारों ने बैंक खाते में नकद राशि लेकर कई बार गोली उपलब्ध कराने का भी कार्य किया है. गिरफ्तार अपराधी पंकज कुमार सिंह धनबाद के भूली में रहकर कोयला और जमीन का कारोबार कर रहा था. संजय सिंह झारखंड और बिहार के अलावा असम और नागालैंड में हथियार और कारतूस कारोबारियों से संपर्क में था. उनके माध्यम से गिरफ्तार अभियुक्त ऋषि के साथ अन्य व्यक्तियों को भी हथियार और गोली उपलब्ध कराता था.
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