Hazaribagh : सामाजिक समरसता के अद्भुत प्रतीक 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती रविवार को शहर के सर्किट हाउस के मनाई गई. इस दौरान प्रतिमा स्थल के पास उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
मौके पर हजारीबाग की महापौर रोशनी तिर्की ने कहा कि कुंवर सिंह की जिंदगी से हम लोगों को सीख लेनी चाहिए. उम्र कभी भी बाधा नहीं बनती है. यह हमारा दायित्व है कि हम आने वाली पीढ़ी को उनके किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दें.
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वहीं आरोग्यम अस्पताल के संचालक हर्ष अजमेरा ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह को भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक के रूप में जाना जाता है. वे 80 वर्ष की उम्र में भी लड़ने तथा विजय हासिल करने की क्षमता रखते थे. अन्याय विरोधी व स्वतंत्रता प्रेमी बाबू वीर कुंवर सिंह कुशल सेनानायक थे. अपनी ढलती उम्र और बिगड़ती सेहत के बावजूद उन्होंने कभी भी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके, बल्कि उनका डटकर सामना किया. शौर्य गाथा और राष्ट्र के लिए उनका समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा. मौके पर मुन्ना सिंह, भैया अभिमन्यु प्रसाद, डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.
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