Ranchi : यौन शोषण के आरोप में फंसे अपने राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी के बचाव में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी उतर गये हैं. इसपर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने विरोध जताया है. पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सार्वजनिक जीवन जीने वाले बाबूलाल मरांडी को तो सुनील तिवारी के किचन तक की जानकारी हैं. ऐसे में जरूरी है कि वे पीड़ित आदिवासी बच्ची के साथ हुई आपबीती की सच्चाई की जानकारी पुलिस को दे. अगर एक सार्वजनिक जीवन जीने वाला व्यक्ति ही कानून में रुकावट पैदा करता है, तो आदिवासी बच्ची को न्याय कैसे मिल पायेगा. जिस सुनील तिवारी के घर पर एक बच्ची के साथ गलत काम हुआ, उसके बचाव से ज्यादा बाबूलाल को सही तथ्यों को लेकर पुलिस के सामने आना चाहिए.
इसे भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पीएम खाद्य योजना का लाभ जरूरतमंद तक पहुंचाने के दिये निर्देश
प्रभावशाली लोग कर रहे बच्चियों का शारीरिक-मानसिक शोषण
जेएमएम नेता ने कहा कि आदिवासी बेटियों के साथ जिस तरह से राजनीतिक दल समर्थिक कुछ प्रभावशाली लोग शारीरिक-मानसिक शोषण कर रहे हैं, वो कम पीड़ादायक नही है. एक आदिवासी लड़की के साथ हुए अत्याचार को भाजपा अपनी पीड़ा बताती है. भाजपा नेताओं से जेएमएम पूछती है कि राज्य में आदिवासी लड़की या देश में किसी भी बेटी के साथ अगर कोई शारीरिक शोषण, आर्थिक–मानसिक शोषण होता है, तो भाजपा का उसपर क्या रुख है.
इसे भी पढ़ें- 10 हजार घूस लेते रंगे हाथ धराया ASI, एसीबी ने किया गिरफ्तार
सुनील तिवारी की भाजपा में सदस्यता को लेकर भी पूछा सवाल
इस दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा नेताओं से सुनील तिवारी की सदस्यता को लेकर भी सवाल पूछा. उन्होंने पूछा कि सुनील तिवारी जिसे बाबूलाल ने अपना राजनीतिक सलाहकार स्वीकार किया है का पार्टी में कौन सी सदस्य संख्या है. क्या, किसी संबंधित पार्टी का राजनीतिक सलाहकार किसी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर सकता है.
पासपोर्ट में तिथिवार विदेशी यात्राओं की जानकारी सार्वजनिक करें
जेएमएम नेता ने बाबूलाल से कहा कि वे अपने पासपोर्ट में दिये तिथिवार विदेशी यात्रा और अपने साथ को-पैसेंजर की जानकारी सार्वजनिक करें, क्योंकि वे सार्वजनिक जीवन जीते हैं. ऐसा करने से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. इससे हमारी यादें, जो बैंकॉक, पटाया, कोलकाता का इंपीरियल होटल, देवघर का परिसदन से जुड़ी हैं, वह भी सार्वजनिक हो जायेंगी.