- पर्यावरण संरक्षण की मुहिम: एक किलोमीटर के दायरे में फैला है बच्चन का साम्राज्य, पाथरडीह में बना रखा है अवैध ईंट भट्ठा
- कई थाना-ओपी की सीमा क्षेत्र पर बेखौफ चला रहा भट्ठा
- कोई भी पुलिसवाला इसके भट्ठे पर निगाह नहीं डाल पाता
Ranjit Kumar Singh
Dhanbad : धनबाद में अवैध भट्ठा संचालकों में एक से बढ़ कर एक दबंग लोग शामिल हैं, जो दशकों से इस कारोबार में जुड़े हैं. कई लोगों के लिए तो भट्ठा का संचालन अब पुश्तैनी कारोबार में शामिल हो चुका है. इन कारोबारियों में एक नाम है बच्चन पंडित का. पाथरडीह के भाटडीह, लालपुल इलाके में इस बच्चन ने पूरा साम्राज्य खड़ा कर रखा है. एक किलोमीटर के दायरे में इसका भट्ठा फैला हुआ है. यहां तक पहुंचना ही टेढ़ी खीर है. हालांकि, लालपुल स्थित उसका भट्ठा कई थानों व ओपी की सीमा पर है. बावजूद इसके कोई भी पुलिसवाला इस पर निगाह नहीं डाल पाता है. ऐसे हाल में उसने पूरी तरह से बेखौफ होकर यहां पर अपना अवैध कारोबार फैला रखा है.
जोरिया के पानी का दबंगई से करता है दोहन
बच्चन पंडित का भट्ठा इलाके में बहने वाली एक जोरिया के पानी पर टिका हुआ है. जोरिया के पानी में मोटर पंप लगाकर वह पानी को भट्ठे तक ले जाता है, इस भीषण गर्मी में जो लोग भी जोरिया के पानी का प्रयोग करते हैं, खौफ के मारे बच्चन को कुछ भी नहीं कह पाते हैं. नतीजा ये है कि जोरिया के पानी का दोहन जारी है. गर्मी में भी आम लोगों के लिए जोरिया का पानी मिलना मुश्किल है.
आदिवासी व सरकारी जमीन पर है ईंट भट्ठा
ये भट्ठा आदिवासी और सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाया गया है. भट्ठे के पास से ही पाथरडीह रेलवे लाइन गुजरी है. साथ ही पूरा इलाका आदिवासी बहुल जमीन वाला है. बच्चन का कहना है कि उसने जमीन को आदिवासी से लीज पर ले रखा है. हालांकि, इलाके के लोग बच्चन की बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. लोगों का साफ कहना है कि पूरा साम्राज्य रंगदारी पर खड़ा किया गया है.
दबंगई से कहा- प्रदूषण व अन्य एनओसी की जरूरत नहीं
बच्चन पंडित से जब इस भट्ठा संचालन को लेकर पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जमीन आदिवासी खाते की है और लीज पर ली गई है. लेकिन प्रदूषण व अन्य जरूरी दस्तावेजों के बारे में पूछने पर कहता है कि उसे किसी एनओसी की जरूरत नहीं है. यहां कोई प्रदूषण नहीं होता है और न ही हम कभी किसी से परमिशन लेकर काम करेंगे.
इसे भी पढ़ें : कांग्रेस ने गोड्डा में बदला प्रत्याशीः दीपिका के बदले अब प्रदीप यादव बने उम्मीदवार, रांची से यशस्विनी सहाय को टिकट