Kiriburu : पश्चिमी सिंहभूम जिले के बड़ाजामदा ओपी क्षेत्र अंतर्गत खास जामदा निवासी लोकनाथ चातोम्बा (30 वर्ष) ने झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष अशोक दास के खिलाफ पुलिस पदाधिकारी के नाम पर डराकर 35 हजार रुपए की वसूली करने की लिखित शिकायत बडा़जामदा ओपी में रविवार को दी थी. लेकिन अगले ही दिन सोमवार को बड़ाजामदा पुलिस के हस्तक्षेप के बाद लोकनाथ से लिये गये तमाम पैसा वापस मिल गये. इसके बाद लोकनाथ ने अशोक दास के खिलाफ थाने से शिकायत वापस ले ली. उक्त जानकारी लोकनाथ ने लगातार न्यूज से बातचीत में दी.
गौरतलब है कि अपनी शिकायत में लोकनाथ ने कहा था कि 13 अक्तूबर को बड़ाजामदा पुलिस हमारे घर आयी थी, लेकिन मैं घर पर नहीं था तो पुलिस वापस लौट गई. इसके बाद 15 अक्तूबर को बड़ाजामदा निवासी सह झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष अशोक दास मेरे घर आये और बोले कि तुम्हारा पांच केस में नाम है जिसे हटाने के लिये बड़ाजामदा थाना प्रभारी को 25 हजार रुपए देना होगा, नहीं तो तुम जेल चले जाओगे. अशोक दास की बातों से मैं डर गया और पैसे की व्यवस्था में लग गया. उसके बाद मैं बोलानी के बालागोंडा निवासी अपनी बहन लाडु़ मुंडा के घर अशोक दास को साथ लेकर गया. वहां अपने खेत में लगी धान की फसल को गिरवी रख 10 हजार रुपए लेकर अशोक दास को दिया. साथ ही दिरीबुरु निवासी अपने साला ताम्बुर चाम्पिया से भी धान गिरवी रख 15 हजार रुपए लेकर अशोक दास को दिया. 16 अक्तूबर को बड़ाजामदा पुलिस मेरे घर आई और मुझे पूछताछ करने के लिए थाना ले गई. पूछताछ के बाद मुझे छोड़ दिया गया. 17 अक्तूबर को पुनः अशोक दास मेरे घर आया और बोला कि डीएसपी के पास अब तुम्हारा नाम चला गया है और तुम अब डकैती के केस में जेल चले जाओगे. अगर बचना चाहते हो तो डीएसपी को 30 हजार रुपए देना होगा. इसके बाद हम अशोक दास के साथ अपनी बहन के पास गये और वहां से 7 हजार रुपए लेकर मेरे पास रखे कुछ पैसों को मिलाकर कुल 13 हजार रुपए दिये. इतना पैसा लेने के बाद अशोक दास ने मुझे डराया कि यह सब बातें किसी को मत बताना. 24 अक्तूबर को अशोक दास पुनः मेरे घर आया और कहा कि बाकी बचा 17 हजार रुपए दो. लेकिन मैं अत्यंत गरीब तथा पैसा नहीं होने की वजह से पैसा नहीं दिया. लोकनाथ ने पुलिस से गुहार लगाई थी कि अशोक दास द्वारा पुलिस पदाधिकारी के नाम पर गलत तरीके व डराकर उससे विभिन्न किश्तों में लिये गये 38 हजार रुपए दिलाने की कृपा की जाये.
दामाद को बचाने के लिए मुझ पर आरोप लगा रहा था लोकनाथ
इस मामले में झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष अशोक दास ने अपने पर लगे आरोपों पर कहा कि यह गलत एवं झूठा आरोप एक साजिश के तहत लगाया जा रहा था. बडा़जामदा पुलिस लोकनाथ को एक दिन पकड़ कर थाने ले गई थी, हमने पुलिस से कहा कि यह गलत लड़का नहीं है. इसे छोड़ दिया जाये. पुलिस ने मामले की जांच कर व पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया. जिस पैसे की बात वह कह रहा है वह हम नहीं लिए हैं बल्कि भठ्ठीसाई निवासी उसका दामाद रमेश हेस्सा उससे लिया था, उसने पैसा उसे लौटा दिया है. वह अपने दामाद को बचाने के लिए हम पर गलत आरोप लगा रहा था. थाने में सभी बात स्पष्ट हो गई है और लोकनाथ ने शिकायत भी वापस ले ली है.