Baharagora : कल्याण विभाग के तहत विभिन्न उच्च विद्यालयों में संचालित आदिवासी बालक छात्रावास की स्थिति दयनीय है. कहीं छात्रावास हैं तो छात्र नहीं और कहीं छात्र हैं तो छात्रावास नहीं. बहरागोड़ा प्रखंड के मानुषमुड़िया प्लस टू उच्च विद्यालय के 25 बेड वाले आदिवासी बाल छात्रावास में सिर्फ चार छात्र ही रहते हैं. इस छात्रावास भवन की कल्याण विभाग के तहत 14 लाख की राशि से मरम्मत तो हो गई. परंतु विभाग द्वारा छात्रावास में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं.
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छात्रावास में नहीं है रसोईया का पदस्थापन
इस छात्रावास में रसोईया का पदस्थापन नहीं है. सुविधा के नाम पर बरसों पूर्व दिए गए बेड और गद्दे हैं. सोलर सिस्टम भी कई साल से खराब पड़ा है. फिलहाल यहां रहने वाले चार विद्यार्थी खुद ही भोजन बनाते हैं. छात्रावास में पेयजल की भी व्यवस्था नहीं थी. इस बार 14 लाख की लागत से हुई मरम्मत के दौरान समरसेबल लगाया गया है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक छोटा भुजंग टुडू ने बताया कि छात्रावास में अगर सुविधाएं मुहैया हो तो विद्यार्थी इस में रहकर बेहतर पढ़ाई कर सकेंगे.
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