Baharagora : आपने जमीन पर खड़े पीपल के पेड़ तो अवश्य देखें होंगे. अगर सामुदायिक शौचालय की छत पर पीपल का पेड़ देखना हो तो कृपया बहरागोड़ा पधारें और इस अजूबे का दीदार करें. यह सामुदायिक शौचालय आम जनता की सुविधा के लिए स्वच्छ भारत अभियान के दौर में तत्कालीन विधायक कुणाल षाड़ंगी की विधायक निधि से पांच लाख की लागत से बना था. परंतु देखरेख के अभाव में बर्बाद हो रहा है. बाजार जाने वाली सड़क के किनारे स्थित यह सामुदायिक शौचालय झाड़ियों घिरा है.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर : सुंदरनगर में कार से गो मांस बरामद
उचित देखभाल हो तो बेहतर शौचालय साबित होगा
स्वच्छता अभियान के दौर में बहरागोड़ा में एक नारा “मन का मंदिर देवालय और तन का मंदिर शौचालय” घर-घर गूंज उठा था. घर-घर शौचालय निर्माण की सुनामी चली थी. स्वच्छता को लेकर जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने हाथ में झाड़ू लेकर जुलूस निकाला था. वैसे इस शौचालय का यहां बड़ा ही महत्व है. क्योंकि इस सड़क से होकर रोजाना हजारों लोग आना-जाना करते हैं. बावजूद, इसकी दुर्दशा पर पंचायत के जनप्रतिनिधि और सरकारी पदाधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं. आम लोगों का कहना है कि इसकी उचित देखभाल हो तो जनहित में यह एक बेहतर शौचालय साबित हो सकता है.
इसे भी पढ़ें :दुमका : शहर में अपराधी बेलगाम, पुलिसकर्मी पर चलाई गोली