Ghatshila : बहरागोड़ा प्रखंड के मुटरखाम पंचायत स्थित सिरबोई के आदिवासी बहुल कोचा टोला में पंचायत के जनप्रतिनिधियों और जल व स्वच्छता विभाग की उदासीनता से भीषण पेयजल संकट है. पंचायत स्तर पर निर्मित सोलर जलापूर्ति योजना एक साल से खराब है. साथ ही यहां पर चापाकल भी नहीं है. वहीं, तीन सरकारी कुओं में भी पर्याप्त पानी नहीं है. इस टोला में रहने वाले 40 आदिवासी परिवार दो किलोमीटर दूर नदी में नहाने जाते हैं. इसके कारण यहां के ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
इसे भी पढ़े : जमशेदपुर : सरायकेला में उपाध्यक्ष मौलाना अंसार खान ने की बैठक
महिलाओं को नहाने के लिए जाना पड़ता है दो किमी दूर
ग्रामीणों के मुताबिक पंचायत स्तर पर स्थापित सोलर जलापूर्ति योजना एक साल से खराब है. लेकिन इसकी मरम्मत की दिशा में कोई पहल नहीं की गई है. ग्राम प्रधान हालू मांडी, फाटू मांडी, सबुआ मुर्मू, ईश्वर चंद्र बेरा, शरत चंद्र हेंब्रम, पागा मुर्मू समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि इस भीषण गर्मी में उन्हें पानी के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. दूसरों के निजी कुएं से पीने का पानी लेना पड़ रहा है. टोला की महिलाओं को भी नहाने के लिए दो किमी दूर पोलपोला खाल या फिर स्वर्णरेखा नदी जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों ने इस टोला को उपेक्षा की नजरों से देखा है. पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने भी पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने की दिशा में सकारात्मक पहल नहीं की है.
इसे भी पढ़े : जमशेदपुर : पत्थलगढ़ी समर्थक फिर से सक्रिय- रघुवर दास