Ghatshila : बहरागोड़ा प्रखंड की मुटूरखाम पंचायत के बरौल गांव में वर्ष 2020-21 में जिला संपदा खनिज निधि से जल एवं स्वच्छता विभाग के तहत 3,89,868 रुपये की लागत से स्थापित सौर ऊर्जा संचालित लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना महीनों से खराब पड़ी है. टोला के ग्रामीण गर्मी के मौसम में भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. जलापूर्ति योजना की मरम्मत की दिशा में ग्रामीणों द्वारा बार-बार अनुरोध करने के बावजूद भी जल एवं स्वच्छता विभाग ने कोई पहल नहीं की है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है.
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कुआं से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा
मुंडा टोला में करीब 35 परिवार निवास करते हैं. टोला में चापाकल नहीं है. ग्रामीण पानी के लिए कुएं पर आश्रित है. परंतु कुआं से भी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. ग्रामीण दूसरों के कुआं से पानी लेने को विवश हैं. ग्रामीणों के मुताबिक यह जलापूर्ति योजना निर्माण के चंद माह बाद से ही खराब पड़ी है. विभागीय पदाधिकारियों से मरम्मत के लिए कई बार अनुरोध किया गया. परंतु आज तक कोई पहल नहीं की गई है.
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