Bahragoda : बहरागोड़ा प्रखंड के चिंगड़ा पंचायत के डोम बाउटिया गांव में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण एक और की जान चली गई. बुधवार की दोपहर खेत में घास काटने गए भवतोष बाला 58 वर्ष बांस के खंभे से टूटकर गिरे बिजली की तार के चपेट में आ गए. शव देर शाम तक खेत में ही पड़ा था. घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई है. सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची मगर बिजली विभाग का कोई भी पदाधिकारी वहां नहीं पहुंचा है. मुआवजा की मांग को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं और शव को ले जाने नहीं दे रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक बिजली विभाग के पदाधिकारी यहां आकर मुआवजा की बात नहीं करेंगे. तब तक शव को उठने नहीं दिया जाएगा.
खेत की सिंचाई के लिए बांस के खंभों पर ले जाए गए हैं तार
जानकारी के मुताबिक भवतोष बाला बुधवार की दोपहर 12.30 बजे घास काटने के लिए खेत की ओर गए थे. शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की. खोजबीन करने पर उनका शव खेत के बीच पाया गया. ग्रामीणों के मुताबिक 440 वोल्ट का बिजली का तार टूट कर जमीन पर गिरा था, इसकी जानकारी किसी को नहीं थी. भवतोष बाला जमीन पर गिरे तार की चपेट में आ गए. उनका पैर जमीन पर गिरे करंट युक्त तार से सट गया और और उनकी मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक खेत की सिंचाई करने हेतु समर सेबल में लकड़ी के खंभों के सहारे बिजली के तार खींचे गए थे. इन्हीं खंभों से ही बिजली का तार टूट कर जमीन पर गिर गया था. ज्ञात हो कि बहरागोड़ा के ग्रामीण इलाके में बांस और लकड़ी के हजारों खंभों के सहारे ही खेत में समर सेबल चलाने के लिए बिजली के तार ले जाए गए हैं. इस प्रखंड में बांस और लकड़ी के खंभों पर बिजली मौत बनकर दौड़ती है. यही कारण है कि हर साल दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत जमीन पर गिरे बिजली के तार से सट कर हो जाती है.