Baharagoda (Himangshu karan) : बहरागोड़ा प्रखंड के बड़शोल थाना क्षेत्र स्थित गामारिया पंचायत के मालुवा गांव निवासी 53 वर्षीय प्रशांत दास की मौत पश्चिम बंगाल और झारखंड पुलिस के लिए पहेली बन गई है. क्योंकि मौत की पहेली को सुलझाने में अब तक दोनों ही राज्य की पुलिस विफल रही है. ज्ञात हो कि प्रशांत दास की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के एक तालाब में 27 दिसंबर को मिली थी. मृतक की बाइक और बैग भी 28 दिसंबर को तालाब से बरामद की गई थी. परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है. पश्चिम बंगाल के बलियाबेड़ा थाना की पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. ज्ञात हो कि प्रशांत दास 23 दिसंबर से गायब थे और उनकी पत्नी ने बड़शोल थाना में सनहा दर्ज कराया था.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर : स्कूटी की ठोकर से वाल पेंटर समेत 3 घायल
प्रशांत दास की साजिश के तहत की गई थी हत्या
जिन परिस्थितियों में तालाब में लाश मिली थी, से इस बात की संभावना है कि प्रशांत दास की गहरे साजिश के तहत हत्या की गई है और साक्ष्य को छिपाने के लिए सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के तालाब में लाश और बाइक को फेंक दिया गया है. बड़शोल पुलिस और पश्चिम बंगाल के बलियाबेड़ा थाना की पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. परंतु अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है और कोई ठोस सुराग नहीं मिला है. ज्ञात हो कि मृतक के घर जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो और बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती पहुंचे थे और पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से दूरभाष पर बात कर मामले का उद्भेदन करने की बात कही थी. परंतु अभी तक पुलिस इस मामले का उद्भेदन करने में नाकाम रही है. बड़शोल के थाना प्रभारी रामदयाल उरांव ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है. पुलिस इस मामले का उद्भेदन कब करती है, पर जनमानस की निगाहें टिकी हैं.
इसे भी पढ़ें :चाईबासा : जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर कांग्रेसियों ने दी श्रद्धांजलि