Baharagoda (Himangshu karan) : झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दिनेश कुमार षाड़ंगी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि कोल्हन विश्वविद्यालय में पंद्रह सदस्य मनोनीत किए गए है. इसके लिए झारखण्ड सरकार बधाई की पात्र है . लेकिन अत्यंत दु:ख का विषय यह है कि इस बोर्ड में इस बार भी एक भी बांग्ला तथा ओडिया भाषा के शिक्षाविद को शामिल नहीं किया गया. जबकि यह दोनों भाषाएं संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध हैं तथा झारखंड की द्वितीय राज्य भाषा के रूप में घोषित हैं. सूची में कोल्हान प्रमंडल को (सिंहभूम) संपूर्ण रूप से दरकिनार कर दिया गया, जो कि इस क्षेत्र के प्रति ओडिया और बंगला भाषियों के प्रति पक्षपातपूर्ण व्यवहार है. राज्य सरकार से मांग करता हूं कि तत्काल कोल्हान क्षेत्र से ओडिया एवं बांग्ला भाषी शिक्षाविद को जैक बोर्ड में मनोनीत किया जाए.
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