Bahragoda : बहरागोड़ा को धान का कटोरा कहा जाता है और धान के इस कटोरे में विगत 2 दिनों से एक बार फिर आफत की बारिश हो रही है. इस बारिश से खेत में खड़ी धान की तैयार फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है. इससे किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. विदित हो कि प्रखंड क्षेत्र के कई इलाकों में कई प्रजाति के धान की फसल पक गई है. कटनी का समय हो गया है. वर्षा के कारण बालियों से लगे धान के पौधे खेत में गिर जा रहे हैं. इसके कारण बालियों में अंकुर निकलने की संभावना बढ़ गई है.
हजारों बीघा खेत में धान की फसल पककर तैयार
जानकारी के मुताबिक प्रखंड के पूर्वांचल क्षेत्र की कई पंचायतों के किसानों ने अन्नपूर्णा, अन्नदाता, जेस्ट वन जैसी धान की खेती की है. इन प्रजातियों के धान की फसल पक कर तैयार है. फसलों की कटाई करने का समय है. हजारों बीघा खेत में धान की फसल पक कर तैयार है. वर्षा के कारण धान के पौधे खेत में गिर जा रहे हैं. खेत भी पानी से डूब गए हैं. ऐसे में धान की बालियों से अंकुर निकलने की संभावना काफी बढ़ गई है. किसानो रेवती भुइयां, सदानंद भुइयां, बीरेंद्र सेनापति, सुभेन्दु सेनापति, बसंत भुइयां, कार्तिक दास, दिनेश घोष, असित सेनापति, देवदास भुइयां का कहना है कि उनके खेत में धान की फसल पककर तैयार है. परंतु बारिश के कारण बालियों से लदे धान के पौधे खेत में गिर जा रहे हैं. बारिश के कारण हार्वेस्टर से धान की कटनी भी संभव नहीं हो पा रही है. इसी तरह बारिश होती रही तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. अनेक छोटे किसानों ने धान की कटाई भी कर ली है. परंतु फसल खेत में ही पड़ी है. कटाई की गई फसल को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.