Baharagoda ( Himanshu karan) : बहरागोड़ा प्रखंड स्थित चित्रेश्वर धाम को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाली सड़क वर्षों से बदहाली का दंश झेल रही है. बरसात में तो इस सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. ग्रामीण इस सड़क की मरम्मत की मांग वर्षों से कर रहे हैं. परंतु आज तक इस दिशा में पहल नहीं हुई है. ज्ञात हो कि बहरागोड़ा में राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 49 से सालझटिया होते हुए और पश्चिम बंगाल के मदनशोल गांव से चित्रेश्वर होते हुए पश्चिम बंगाल के भातहंडिया में भी जुड़ जाती है. मदनशोल से भातहंड़िया तक सड़क नाम की कोई चीज ही नहीं है. सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं और पत्थर उभरे हुए हैं. बरसात में या सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है और क्षेत्र की आवाम परेशानी झेलती है.
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विधायक के सहयोग से बिछाया गया था डस्ट
विद्यार्थी इसी सड़क से गुजर कर विद्यालय जाते हैं. पश्चिम बंगाल से अनेक श्रद्धालु इसी सड़क से होकर चित्रेश्वर धाम में पूजा करने आते हैं. सावन महीना समेत अन्य कई मौकों पर यहां हजारों श्रद्धालु भगवान शिव को जलाभिषेक करने आते हैं. ज्ञात हो कि पिछले बरसात में जब इस सड़क पर ग्रामीणों का चलना मुश्किल हो गया था, तब विधायक समीर महंती के सौजन्य से सड़क पर डस्ट बिछाया गया था. चित्रेश्वर मंदिर कमेटी और यहां के ग्रामीण इस सड़क की मरम्मत की मांग वर्षों से कर रहे हैं.
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ठेकेदार ने अधूरा छोड़ दिया था प्रवेश द्वार का काम
पश्चिम बंगाल के मदनशोल के पास बहरागोड़ा सीमा में इस सड़क पर पर्यटन विभाग के तहत स्वीकृत अधूरा प्रवेश द्वार कभी भी ध्वस्त होकर किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है. विदित हो कि कई साल पूर्व पर्यटन विभाग के तहत मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य की स्वीकृति हुई थी. परंतु ठेकेदार द्वारा प्रवेश द्वार का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया था. सीमेंट, बालू, चिप्स और छड़ों से से निर्मित विशाल प्रवेश द्वार अधूरा रहने के कारण जर्जर हो गया है और कभी भी ध्वस्त हो सकता है.
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