- अतीक को लेकर 24 घंटे में साबरमती जेल से नैनी जेल पहुंचा पुलिस का काफिला.
- उमेश पाल मामले में 28 मार्च को कोर्ट में अतीक की पेशी
Prayagraj : डर के साये में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद 24 घंटे में सड़क मार्ग से गुजरात के साबरमती जेल से सुरक्षित नैनी जेल पहुंच गया. उसे यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. छह गाड़ियों का पुलिस काफिला उसे यहां पहुंचाया. अतीक की मंगलवार को कोर्ट में पेशी होनी है. दूसरी ओर अतीक के बड़े भाई अशरफ को भी बरेली सेंट्रल जेल से प्रयागराज लाया गया है है. यहां दोनों को नैनी सेंट्रल जेल में रखा गया है. उमेश पाल अपहरण मामले में 28 मार्च को कोर्ट में अतीक को पेश किया जाना है. इस केस में एमपी-एमएलए कोर्ट फैसला सुनाएगा. अतीक के भाई को भी बरेली की जेल से लाकर प्रयागराज में कोर्ट में पेश किया जाना है. अतीक पर 100 से अधिक केस दर्ज हैं, जबकि उसके भाई के खिलाफ चार दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं.
नैनी जेल के अंदर हाई सिक्योरिटी बैरक
अतीक और अशरफ के लिए नैनी सेंट्रल जेल के अंदर एक हाई सिक्योरिटी बैरक बनाई गई है. इस बैरक में 13 से 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही हर सुरक्षाकर्मी को बॉडी प्रोटेक्ट कैमरा दिया गया है. सेंट्रल जेल की दीवार पर एलसीडी स्क्रीन लगाई गई है. इस स्क्रीन से अंदर होने वाले हर एक मूवमेंट को देखा जा सकेगा. सभी गतिविधियों को लखनऊ तक ऑनलाइन देखा जाएगा. इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से इसकी बकायदा वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी. वहीं जेल में सुरक्षा की दृष्टि से 100 से अधिक अतिरिक्त पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. सेंट्रल जेल के आसपास सादे वर्दी में भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. सेंट्रल जेल परिसर के पास कुछ तेज-तर्रार आईपीएस के रहने का भी इंतजाम किया गया है.
30 कैदियों की क्षमता वाले बैरक में अतीक को अकेले रखा जायेगा
सेंट्रल जेल की जिस बैरक में अतीक को रखा जाएगा, उसकी क्षमता 30 कैदियों की है. हालांकि इस बैरक में अतीक को अकेला रखा जाएगा. इस बैरक के बाहर वही सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे, जो बॉडी वार्न कैमरे से लैस होते हैं. उनके अलावा आसपास किसी को भी आने की मनाही है.
उमेश पाल शूटआउट में प्रयागराज पुलिस करना चाहती है अतीक से पूछताछ
अतीक अहमद प्रयागराज जिले में प्रवेश कर चुका है. जिले में घुसते ही अतीक को झटका देने वाली खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक प्रयागराज पुलिस माफिया अतीक से उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ करना चाहती है. इस बाबत प्रयागराज पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की है.
रास्ते में अतीक की गाड़ी गाय से टकरा गई थी
इससे पहले अतीक को लेकर पुलिस के काफिले ने सोमवार को करीब 4.30 बजे प्रयागराज की सीमा में प्रवेश किया था. उसे 6 गाड़ियों के काफिले से यूपी के प्रयागराज लाया गया, जिनमें 2 वज्र वाहन भी थे. अतीक को वज्र वाहन से ही लाया गया. अतीक अहमद को जिस रूट से प्रयागराज लाया गया, उस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. रूट में पड़ने वाले हर जिले के पुलिस अधीक्षक को अलर्ट पर रहने को कहा गया था. करीब सवा घंटे तक अतीक का काफिला झांसी में रुका था. यहां पर अतीक ने चाय-नाश्ता किया था. गुजरात से चलने के बाद 11 बार अतीक का काफिला रुका. एक बार तो अतीक की गाड़ी से एक गाय टकरा गई थी, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया था. रविवार की शाम करीब 5.40 बजे गुजरात की साबरमती जेल से अतीक को लेकर निकला यूपी पुलिस का काफिला करीब 4.30 बजे प्रयागराज की सीमा में दाखिल हो गया था.
अतीक की बहन ने कहा था- भाई का एनकाउंटर हो सकता है
अतीक अहमद की बहन ने भाई के एनकाउंटर की आशंका जताई थी. उन्होंने बताया कि वे गुजरात से ही अतीक को ला रही पुलिस की टीम के काफिले के पीछे आ रही थी. उन्होंने बताया कि उनके दूसरे भाई अशरफ अहमद को भी बरेली से प्रयागराज लाया जा रहा है.
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