Bandgaon(A K Tiwari) : झारखंड सरकार की गलत नीतियों के कारण आज बहुत सारे बच्चे शिक्षा से मरहूम हो रहे हैं. प्रत्येक विद्यालय में नामांकन के वक्त जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है. जिसके कारण बहुत सारे छात्रों का विद्यालय में नामांकन नहीं हो पा रहा है .ऐसा ही वाक्या कराईकेला उच्च विद्यालय में देखने को मिला. कक्षा आठ से पास किए हुए बहुत सारे विद्यार्थियों कराईकेला उच्च विद्यालय में नामांकन कराने को पहुंचे. मगर वहां जाति प्रमाण पत्र मांगे जाने पर विद्याथियों द्वारा जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने पर उनका नामांकन नहीं हो पाया. अब आलम यह है कि सरकार ने सभी बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बनाने का निर्देश को जारी कर दिया है. लेकिन जाति प्रमाण पत्र बनाने में जमीन के पर्चे की मांग की जा रही है .जमीन का पर्चा बहुत सारे लोगों का नहीं होने के कारण उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है.
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खामियाजा विद्यालय के छात्र-छात्राओं को उठाना पड़ रहा
इसका खामियाजा विद्यालय के छात्र-छात्राओं को उठाना पड़ रहा है. अभिभावकों ने मांग किया कि सरकार जल्द से जल्द इस पर फैसला करें और बगैर जाति प्रमाण पत्र के विद्यालय में नामांकन ले. लाल बाजार गांव के अभिभावकों ने कहा हमारे गांव के लोगों के पास जमीन का पर्चा ही नहीं है. सरकार की ओर से दिए गए जमीन पर हम लोग बसे हैं. जिस कारण जाति प्रमाण पत्र बनाने में हमलोगों को काफी दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि बाद में किसी तरह विद्यालय में जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा. प्रज्ञा केंद्रों में हजारों की संख्या में जाति प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन जमा किया गया है. जो कि अब धीरे-धीरे जाति प्रमाण पत्र लोगों का बन रहा है. सभी बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने में काफी समय लगेगा .तब तक नामांकन की तिथि भी निकल जाएगी. जिससे बच्चों का भविष्य खराब हो सकता है .इन्हीं सभी मुद्दों को देखते हुए जल्द से जल्द सरकार को नया आदेश जारी कर बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराना चाहिए.
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