Saraikela: नीमडीह में ग्रामीणों ने बीडीओ और थानेदार समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी. यह घटना शुक्रवार को जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के बामनी गांव में हुई है, जहां भोक्ता मेला का आयोजन किया गया था. इसमें काफी ज्यादा भीड़ लगी हुई थी.इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच कर मेला को बंद करने को कहा. इसके बाद ग्रामीण और पुलिस के बीच विवाद शुरू हो गया. इसी बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने बीडीओ और थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों की दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई की.
पहले बीडीओ गए थे मेला बंद कराने, उन्हें बंधक बना लिया था ग्रामीणों ने
सरायकेला खरसावां जिले के नीमडीह प्रखंड के बमनी गांव में आयोजित मेले को बंद कराने के बीडीओ को ग्रामीणों ने घेर लिया था. बीडीओ खुद को ग्रामीणों की भीड़ में घिरा पाकर थाने में तुरंत इसकी सूचना दी, जिसके बाद थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर बीडीओ को उग्र भीड़ से मुक्त करवाकर वापस ले जाने लगे तो इसी क्रम में कुछ उपद्रवियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया
इसके तुरंत बाद एसडीपीओ चांडिल संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल ने वहां पहुंच कर स्थिति को काबू में करते हुए उपद्रवियों को गिरफ्तार कर थाने भी ले गई. सात-आठ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है.
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मेला बंद कराने की बात पर आक्रोशित हुए ग्रामीण
बामनी गांव में मेला का आयोजन किया गया था. इसमें काफी ज्यादा भीड़ जुटी थी. इसकी सूचना मिलने पर नीमडीह के बीडीओ मुकेश कुमार और नीमडीह थाना की पुलिस वहां पहुंचे और ग्रामीणों से मेला को बंद करने को कहा गया. इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पूरे गांव के लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी. पिटाई होता देख पुलिसकर्मी किसी तरह मौके से निकलने में सफल रहे.
थाना प्रभारी को ग्रामीणों ने पीटकर किया घायल
ग्रामीणों के द्वारा किए गए मारपीट की घटना में नीमडीह थाना प्रभारी मो अली अकबर और एक पुलिस पदाधिकारी को ग्रामीणों ने पीट कर घायल कर दिया. सभी घायल नीमडीह स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस के अधिकारी पहुंच कर मारपीट की घटना में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और मामले की जांच शुरू कर सारे दोषियों के खिलाफ एफआईआर कर कार्रवाई शुरू कर दी है.