Jamshedpur: लापरवाही करने पर पोटका के बीडीओ दिलीप कुमार महतो को डीसी ने प्रभारमुक्त कर दिया है. उनकी जगह सीओ इम्तियाज अहमद को चार्ज दिया गया है. जमशेदपुर जिला प्रशासन ने यास तूफान को देखते हुए सभी पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में आश्रय गृह बनवाने का निर्देश दिया था. यास तूफान का सबसे अधिक प्रभाव पोटका प्रखंड में होने की आशंका जतायी गई थी. इस वजह से वहां व्यापक तैयारी करने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी बीडीओ ने लापरवाही बरती डीसीसी को रिपोर्ट भी नहीं सौंपी.
सिर्फ दो परिवार के 10 लोगों को ही कराया था शिफ्ट
बीडीओ को समय रहते जान-माल की सुरक्षा के लिए आश्रय गृह का निर्माण करना था. कच्चे मकान तथा तराई वाले क्षेत्र में रहने वाले लोगों को उन आश्रय गृहों में शिफ्ट करना था, लेकिन बीडीओ ने ना तो शेल्टर हाउस का निर्माण किया, ना कच्चे मकान में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रेस्क्यू किया गया. बीडीओ ने जिला मुख्यालय को रिपोर्ट भी नहीं भेजी. पोटका प्रखंड कंट्रोल रूम से पता चला कि बीडीओ ने सिर्फ दो परिवार के 10 लोगों को ही सुरक्षित जगहों पर भेजा है. जबकि मंगलवार रात को ही बीडीओ से चक्रवात को देखते हुए रेस्क्यू करने का निर्देश दिया गया था.
डीसी ने दिया विभागीय कार्रवाई और जांच का निर्देश
शिकायत मिलने के बाद धालभूम एसडीओ ने पोटका प्रखंड का दौरा किया. तब उन्हें पता चला की बीडीओ ने लापरवाही बरती है. पोटका प्रखंड के नारदा और हरिना से भी शिकायत मिली कि ससमय शेल्टर हाउस के निर्माण कार्य एवं प्रभावित लोगों को वहां शिफ्ट नहीं कराये जाने पर जानमाल की क्षति से इनकार नहीं किया जा सकता. इसके बाद डीसी ने बीडीओ दिलीप को अंचल अधिकारी को प्रभार सौंपने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने बीडीओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई और जांच का भी आदेश दिया है.