Kolkata : कोरोना वायरस रोधी टीकों पर टैक्स नहीं घटाने के जीएसटी परिषद के फैसले को जन विरोधी करार देते हुए पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है. बता दें कि मित्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि जब उन्होंने बैठक में आपत्ति दर्ज कराने की कोशिश की, तो उनकी आवाज दबा दी गयी.
There is a letter circulating in some sections of the media by Sh @DrAmitMitra Ji, FM West Bengal.
I would like to set the record straight; the facts are as follows:
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) June 12, 2021
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हमारी आवाज दबाने का यह बिल्कुल जनविरोधी फैसला
खबर है कि मित्रा ने बैठक के बाद निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है. कहा कि जीएसटी परिषद द्वारा हमारी आवाज दबाने का यह बिल्कुल जनविरोधी फैसला है. लिखा कि जन प्रतिनिधि होने के नाते इस कठोर फैसले को उचित ठहराने का हमारे पास कोई रास्ता नहीं है.
इन फैसलों के खिलाफ अपनी असहमति दर्ज कराते हुए मित्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आपत्ति दर्ज कराने की पूरी कोशिश की, पर मीटिंग खत्म होने लगी और डिजिटल बैठक के लिए लिंक भी टूट गया. मित्रा ने आरोप लगाया है कि कोविड-19 से लड़ने के लिए जरूरी सामग्री पर जीएसटी के संबंध में दो रचनात्मक विकल्पों के उनके सुझावों पर भी ध्यान नहीं दिया गया.
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हमें नदी में तैरती लाशें न देखने पड़तीं
अमित मित्रा ने इस क्रम में दि टेलीग्राफ से कहा कि मैंने बताया कि अधिकतर मौतें 16 जनवरी के बाद हुईं. उनमें से कम से कम 40प्रतिशत टाली जा सकती थीं, अगर हमारे पास एक प्रभावी टीका नीति होती. हमें नदी में तैरती लाशें न देखने पड़तीं. यह टिप्पणी यूपी के लिए आईना दिखाने जैसी साबित हुई, जो गंगा के तट पर शवों को दफनाने और नदी में तैरती हुई लाशों के बाद काफी आलोचना का सामना कर चुका है.
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यूपी के वित्त मंत्री ने मित्रा की टिप्पणी को खारिज करने को कहा
अमित मित्रा के अनुसार यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना इसके बचाव में बोलने लगे. उन्होंने मांग की कि मित्रा की टिप्पणी को खारिज कर दिया जाये. सीतारमण ने इस पर हां में हां मिलाई और जल्दबाजी में मीटिंग खत्म कर दी. बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि मुझे जवाब देने की अनुमति दी जानी चाहिए थी, क्योंकि यूपी के मंत्री ने मेरी टिप्पणियों का जिक्र किया था. लेकिन सीतारामण ने ऐसा नहीं किया और बैठक समाप्त कर दी गयी. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. कहा कि यह सहकारी संघवाद के सिद्धांत पर आघात है.
बंगाल के वित्त मंत्री के वीडियो की कनेक्टिविटी खराब थी
अमित मित्रा के आरोपों को लेकर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, बंगाल के वित्त मंत्री के वीडियो की कनेक्टिविटी खराब थी. उन्होंने इस मसले पर कुछ सिलसिलेवार ट्वीट्स करते हुए सफाई जारी की.बता दें कि जीएसटी परिषद ने कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच इस महामारी के इलाज में काम आने वाली कुछ दवाओं और उपकरणों पर कर की दर में कटौती का फैसला किया है. हालांकि कोविड के टीके पर पांच प्रतिशत की कर की दर ही बनी रहेगी.
सीतारमण की अध्यक्षता में शनिवार को हुई जीएसटी परिषद की 44वीं बैठक में कोविड-19 के इलाज में काम आने वाली दवाओं रेमडेसिविर और टोसिलिजुमैब तथा ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर और अन्य उपकरणों पर कर की दर घटायी गयी है. लेकिन टीकों पर कर घटाने की मांग नहीं मानी गयी.