Bermo : बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिले के 30 मजदूर मलयेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर के बेंटोंग में फंसे हैं. मजदूरों ने 11 फरवरी को ही राज्य और केंद्र सरकार से अपने वतन वापसी की गुहार लगाई थी, लेकिन आज तक वे लौट नहीं सके. एक बार फिर प्रवासी मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है. उन्होंने कहा कि तीन वर्ष पूर्व 30 जनवरी 2019 को बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के तिसकोपी निवासी बासुदेव महतो और चैन्नई के एजेंट शिवम द्वारा तीन साल के एग्रीमेंट पर लीडमास्टर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचडी में मलयेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर भेज दिया गया. जहां वे फंसे हुए हैं. प्रवासी मजदूरों के हितार्थ काम करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली ने राज्य एवं केन्द्र सरकार से मजदूरों की शीघ्र वतन वापसी की मांग की है.
इसे भी पढ़ें-धनबाद : विधानसभा में ढुल्लू महतो ने की रानीबाजार स्वास्थ्य केंद्र को पुनः चालू करने की मांग
ये मजदूर फंसे हैं
मलयेशिया में फंसे मजदूरों में बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के रोहित महतो (तिसकोपी),प्रेमलाल महतो (तिसकोपी),दशरथ महतो (तिसकोपी),केशु महतो (तिसकोपी),बासुदेव महतो (तिसकोपी),विश्वनाथ महतो (तिसकोपी),पुनीत महतो (बडकी सीधाबारा),प्रेमचंद महतो (छोटकी सीधाबारा),टुकामन महतो (चिलगो) हैं,वहीं बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के दुलारचंद महतो(महुवाटांड),भुनेश्वर कमार(महुवाटांड),झरी कमार(महुवाटांड),हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड के जगलाल महतो(चानो),गोबिन्द महतो (चानो),चेतलाल महतो(चानो),भुनेश्वर महतो(चानो),मनोज महतो(चानो),लीलो महतो(चानो),सुरेश महतो(मंगरो),गिरघारी महतो(रखवा),प्रकाश कुमार महतो(भेलवरा),तिलेश्वर महतो(सपमरवां),प्रदीप कुमार महतो(टुटकी). फंसे मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के बिनोद कुमार महतो(खेतको),बासुदेव महतो(खेतको),रामेश्वर महतो(खेतको),बुधन महतो(खेतको),गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड बुधदेव प्रसाद(मंगलुअहरा),देवानंद महतो(सेवाटांड),बिनोद महतो(घुटवाली) शामिल हैं.