अनंत कुमार
Bermo : झारखण्ड में पहली बार कोई ऐसी महिला मंत्री बनने जा रही है, जो बमुश्किल से नाम लिख पाती हैं. बिहार में जब राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया गया था तब यही स्थिति थी जो आज झारखंड के दिवंगत मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी की है. सोमवार 3 जुलाई को बेबी देवी को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. बेबी देवी को हिंदी में लिखा हुआ शपथ पत्र पढ़ कर शपथ लेना है.
1979 में जगरनाथ महतो के साथ विवाह बंधन में बंधी
बेबी देवी का नैहर धनबाद जिला के तोपचाची प्रखंड के गोमो के पास जीतपुर गांव में है. 1979 में कम उम्र में ही उनकी शादी जगरनाथ महतो के साथ हो गई. उस समय जगरनाथ महतो मिडिल स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे. शादी के 44 साल हो गए. मौजूदा समय में बेबी देवी के पिता भवानी महतो और मां झुपरी देवी सहित दो भाई बोधराम महतो और मोहन महतो का भी निधन हो चुका है.
चार बेटी व एक बेटे की मां है बेबी देवी
बेबी देवी और जगरनाथ महतो के चार बेटी व एक बेटा है. सबसे बड़ी बेटी सुनीता कुमारी की शादी गिरिडीह के मदेडीह, दूसरी बेटी रीना कुमारी नावाडीह, तीसरी बेटी गीता कुमारी हजारीबाग व कनिष्ठ बेटी पूनम कुमारी की शादी रांची के तमाड़ में हुई है. इकलौता बेटा अखिलेश महतो ऊर्फ राजू है. बेबी देवी विवाह बंधन में बंधने के बाद घर गृहस्थी के कामों में लगी रहीं. उन्हें क्या पता था कि तकदीर एक दिन घर गृहस्थी के कामों से इतर राजनीति, सत्ता और मंत्रालय के गलियारे में ले आयेगी. वैसे तो जगरनाथ महतो ने भी हाई स्कूल तक की पढ़ाई की थी. इंटर में उन्होंने मंत्री रहते अपना नामांकन कराया था. लेकिन कोरोना महामारी के दौरान वे बीमार पड़ गये. बाद में स्वस्थ होने के बाद पुनः मंत्रालय का काम काज संभाल लिया था. इस बीच फिर बीमारी ने उन्हें ऐसा जकड़ा कि 6 अप्रैल को उनका निधन हो गया. और बेबी देवी के कंधे पर घर गृहस्थी के साथ पति के राजनैतिक दायित्व को भी संभालने की जिम्मेवारी आ गई.
2005 से लगातार विधायक थे जगरनाथ महतो
जगरनाथ 2005 में झामुमों की टिकट पर चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने. इसके बाद लगातार चार बार चुनाव जीते और डुमरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
यह भी पढ़ें : कसमार : टाँगटोना पंचायत के 102 रैयतों को मिला मुआवजा नोटिस