Bermo: बोकारो के झुमरा पहाड़ की तलहटी में 10 फरवरी की रात को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हई थी. जिसमें मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो की दस्ता के साथ मुठभेड़ होने की बात सामने आई है. लिहाजा बेरमो अनुमंडल के जागेश्वर विहार थाना में मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो के दस्ते पर मुकदमा दर्ज किया है. थाना प्रभारी कन्हाई राम ने बताया कि जागेश्वर विहार थाना कांड संख्या 5/21 भादवि 147, 148, 149, 307, 553, 121A, आर्म्स एक्ट 25 1B A, 26, 27, 35, यूएपीए 10, 13, एवं 17 सीएल एक्ट के तहत मिथिलेश सिंह के अलावा दीपक, कारू यादव, अजय, बिरसेन गंझू, कुंवर मांझी, विनोद मुंडा सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
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टूटीझरना के पास 10 फरवरी को मुठभेड़
बता दें कि 10 फरवरी को जागेश्वर विहार थाना क्षेत्र के टूटीझरना के निकट रात के करीब 9-10 बजे पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें सीआरपीएफ के दो जवानों को गोली लगी थी. 154 बटालियन के हेड कांस्टेबल यूपी निवासी सत्येंद्र सिंह 43 वर्ष को पेट में गोली लगी, जबकि दूसरे विष्णु सिंह को गोली छूकर निकल गई. बताया जाता है कि, इनामी नक्सली मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो पिछले कई दिनों से झुमरा एवं आसपास के क्षेत्र में स्थान बदलकर मूवमेंट कर रहा था. इस बात की जानकारी पुलिस को थी. और टारगेट कर सीआरपीएफ के बटालियन और जिला पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रखा था. बुधवार की रात को जागेश्वर विहार थाना के टूटी झरना के निकट सीआरपीएफ की बटालियन पहाड़ की ओर चढ़ रही थी. वहीं नक्सलियों का दस्ता पहाड़ से नीचे उतर रहा था. नक्सलियों ने जवानों के पास टॉर्च की रोशनी देख टारगेट कर तड़ातड़ गोलीबारी शुरू कर दी. सीआरपीएफ के जवान मोर्चा संभाला और जवावी कार्रवाई में ताबड़तोड़ फायरिंग की. नक्सली पहाड़ के ऊपर थे जिसका फायदा उठाया. वहीं नक्सलियों की गोली से दो जवान घायल हो गए. घायल जवानों को रात में ही इलाज के लिए रांची भेज दिया गया.
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तीन वर्ष से जनवरी फरवरी में मुठभेड़
पिछले वर्ष 24 जनवरी को भी इसी टूटी झरना में नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे मुंशी रमेश मांझी को गोली मार दी थी. नक्सलियों ने उसकी मोटरसाइकिल, सीमेंट लदा एक ट्रैक्टर और ठेकेदार के जेसीबी मशीन को भी आग लगा दी जो धूं धूं कर जल गया था. पिछले वर्ष 2 फरवरी 20 को झुमरा पहाड़ के दूसरी ओर चतरोचट्टी के राजडेरवा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. दोनों और से करीब पांच सौ राउंड गोली चली थी. भारी मात्रा में नक्सलियों के सामान और नक्सली साहित्य बरामद हुआ था. इसी प्रकार 1 जनवरी 19 को राजडेरवा और चैयाटांड के बीच मुठभेड़ हो गई. यहां भी दोनों ओर से कई राउंड गोली चली थी. वर्ष 2011 में झुमरा पहाड़ के अमन में नक्सली और पुलिस मुठभेड़ में सीआरपीएफ कोबरा के दो जवान घटनास्थल पर मारे गए थे. वहीं वर्ष 2016 में चुट्टे पंचायत के अंबानाला में नक्सली और पुलिस मुठभेड़ में एक किशोर नक्सली घटनास्थल पर मारा गया था. वर्ष 2003 में कढ़मा के पास नक्सली और पुलिस की मुठभेड़ में गोमिया थाने का चौकीदार मोहन गंझू घटनास्थल में मारा गया.
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