Bermo : बालू उठाव नहीं होने से दिहाड़ी मजदूरों के बीच रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. इसी को लेकर दिहाड़ी मजदूर संगठन के बैनर तले सोमवार को फुसरो बाजार में दिहाड़ी मजदूरों ने एकजुट होकर विरोध जताया. यहां नवाडीह, बेरमो, पिछरी जैसे क्षेत्रों से काम की तलाश में आए दिहाड़ी मजदूरों ने बालू उठाव पर रोक लगाए जाने पर सरकार के प्रति नाराजगी जताई है. इस मौके पर दिनेश दास ने कहा कि बालू उठाव बंद होने से गरीब मजदूर परेशान हैं. वहीं हर तरह के सरकारी व गैर सरकारी निर्माण कार्य बंद हो गया है. विनिर्माण क्षेत्र में कार्य नहीं होने के कारण दिहाड़ी मजदूरों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है.
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सरकार प्रतिबंध हटाये नहीं तो उतरेंगे सड़क पर- मजदूर
मजदूरों ने कहा बालू उठाव के कार्य में भी मजदूर लगते हैं. इसके बाद जहां-जहां बालू से काम होता है वहां भी दिहाड़ी मजदूर काम करते हैं. उन्होंने कहा कि उनके सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. सरकार बालू पर से प्रतिबंध हटाएं ताकि उन्हें रोजगार मिल सके. गजेंद्र साहू भुनेश्वर रविदास, रेशमी देवी, सुनीता देवी, अमर बाउरी ने कहा कि वे और उनके साथी काम की तलाश में हर रोज नवाडीह, सुरही, खरपीटो, अमलो, पिछरी, चंद्रपुरा जैसे जगहों से 30 से 40 रुपये भाड़ा लगाकर फूसरो पहुंचते है, परंतु यहां काम नहीं मिलने से वे निराश होकर लौट जाते हैं. झारखंड सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया था, परंतु यहां बालू पर रोक लगा कर दिहाड़ी मजदूरी करने वालों से भी रोजगार छीन लिया गया है. मजदूरों ने एकसाथ कहा कि सरकार अभिलंब बालू पर लगा प्रतिबंध हटाये नहीं तो वे सड़क पर उतरकर विरोध करेंगे. मौके पर सरिया देवी, शांति देवी, बुधनी देवी, रेशमी देवी, गुलाबो देवी, छोटन तूरी, धनेश्वर महतो, मोतीलाल महतो, कोकिला रविदास, भुनेश्वर रविदास, अर्जुन कुमार सहित कई मजदूर मौजूद थे.
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