Bermo: बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने इस साल एक जनवरी को जिले के अधिकांश मध्य विद्यालयों को हाईटेक लैब से सुसज्जित करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि इस हाईटेक लैब में कंप्यूटर कौशल के अलावा पर्यावरण, विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषय पर डिजिटल मॉड्यूल विकसित किया जाएगा. यह कार्य तीन माह के अंदर पूरा करने की घोषणा की थी. उक्त घोषणा के तीन माह गुजरने वाले हैं. महज दस दिन शेष रह गए हैं. लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल रहा है. स्थिति यह है कि पदाधिकारियों को इस बारे में पता भी नहीं है. इस मामले पर ज़िला शिक्षा अधीक्षक रेणुका तिग्गा ने कहा कि जिले में 452 मध्य विद्यालय हैं. लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि कहां-कहां हाईटेक लैब लगा है. बेरमो के क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकरी कैलाश मरांडी जो गोमिया प्रखंड के प्रभार में भी है, उन्हें भी नहीं मालूम है कि हाईटेक लैब लगा है कि नहीं.
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गोमिया प्रखंड शिक्षा विभाग के बीपीओ स्वपन दास का कहना है कि उन्हें भी नहीं पता कि किस किस मध्य विद्यालय में हाईटेक लैब लगा है. बता दें कि डीसी कुलदीप चौधरी ने घोषणा की थी कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी हाईटेक तरीके से अपने पाठ्यक्रम के विषयों को समझ सकेंगे. इसलिए ज़िले के ज्यादातर मध्य विद्यालयों में हाइटेक लैब लगाया जाएगा. यह कार्य डीएमएफटी के फंड से किया जाएगा. इसमें करीब 5 करोड़ की लागत आएगी. उन्होंने उस समय ही कहा था कि जिन स्कूलों को डिजिटल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा. उन स्कूलों के लिए चयन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आने वाले 3 माह के अंदर अधिकांश मध्य विद्यालय में हाइटेक लैब स्थापित कर दिया जाएगा. लेकिन अब अभी तक नहीं हुआ है.
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