Bermo: बेरमो कोयलांचल के सीसीएल कथारा क्षेत्र के विस्थापित एवं स्थानीय संवेदक परिवार द्वारा सीसीएल में ऑफलाइन टेंडर करने की मांग को लेकर गुरुवार को मोटरसाइकिल जुलूस निकाला. जुलूस प्रदर्शन के बाद समिति ने सीसीएल कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन को एक मांग पत्र सौंपा. इसके पूर्व जुलूस कथारा कृष्ण चेतना क्लब से मुख्य चौक होते हुए, सीसीएल कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय स्थित प्रवेश द्वार पहुँची और एक सभा में बदल गई. इस विरोध प्रदर्शन में कथारा क्षेत्र के कथारा, स्वांग, जारंगडीह, गोविंदपुर के सिविल, ईएंडएम आदि विभाग में कार्य करने वाले संवेदक (ठेकेदार) काफी संख्या में मौजूद थे. यहां सभी संवेदकों की एक ही मांग थी कि 2 लाख रुपये तक के टेंडर को पहले की ही तरह ऑफलाइन रखा जाए. जबकि 50 लाख रुपये तक के टेंडर में जो (ओपन मैनुअल टेंडर) ऑफलाइन टेंडर विस्थापित एवं स्थानीय परिवार के लिए रखा गया था, उसे भी बरकरार रखा जाए.
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बाइक जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन
संवेदकों ने कहा जिन विस्थापितों ने जमीन देकर कोयला उद्योग सहित देश की उन्नति में योगदान दिया है, आज वही विस्थापित परिवार 70 साल से अपने जमीन का मुआवजा और नियुक्ति के लिए अभी तक भटक रहे हैं. इन संघर्ष के दिनों के दौरान भी जब विस्थापित किसी तरह 2 लाख रूप के ऑफलाइन टेंडर से कार्य करके खुद और पूरे परिवार की जीविका चला रहे थे, तो उसे भी प्रबंधन द्वारा छीन लिया गया. जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. संवेदकों ने कहा कि जब कोयला उद्योग हमारे जमीनों के बदले मुआवजा या नौकरी भी नहीं देती है, वहीं 2 लाख तक के टेंडर जो ऑनलाइन से मिलता था, वह भी छीन लिया जाता है. उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन हमारी सारी जमीनें पूर्व की तरह खेत बनाकर लौटा दे, ताकि विस्थापित लोग खेती बारी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.
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‘ऑनलाइन टेंडर से छोटे ठेकेदारों का दमन’
संवेदकों ने कहा कि जब सब कुछ ऑनलाइन करके ही सीसीएल कार्य करना चाहती है तो, कोयला निकालने के लिए जमीन भी दिल्ली कोलकाता मुंबई आदि बाहर के जगहों पर बैठकर ही ऑनलाइन खरीद ले. ग्रामीण विस्थापितों के पास आने की क्या आवश्यकता है ? विस्थापित एवं स्थानीय संवेदक समिति के सदस्यों ने सीसीएल प्रबंधन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं की गई तो, आंदोलन के माध्यम से पूरे क्षेत्र का चक्का जाम किया जाएगा. यहां तक कि संवेदकों द्वारा जितने भी अति आवश्यक कार्य हैं, वे भी रोक दिए जाएंगे. जिसकी वजह से कोलियरी सहित वाशरियों में पार्ट्स पुर्जो की सप्लाई से चलने वाले सभी मशीनरी संसाधन बंद हो जाएँगे.
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ठेकेदारों के प्रदर्शन में शामिल लोग
इस अवसर पर संवेदकों में गोविंद यादव, हरिश्चंद्र यादव, मोहम्मद इरशाद, मनोज तिवारी, रामचंद्र यादव नागेश्वर यादव, मो आसिफ, दुलीचंद यादव, संजय सिंह, मो सदाम, केदार यादव, रंजन पांडे, मो. नकीब शंभू यादव, बबलू यादव, नितेश गुप्ता, निर्भय कुमार, मो जुनैद, सुधीर सिंह, मोहम्मद मनोवर, भूषण चौबे, श्रवण सिंह, बबलू मिश्रा आदि सहित काफी संख्या में संवेदक मौजूद थे.
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