Bermo : कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को जेबीसीसीआई की चौथी बैठक कोलकाता स्थित कोल इंडिया के सभागार में हुई. बैठक में प्रबंधन की ओर से तीन परसेंट एमजीबी का प्रस्ताव लाया गया. प्रबंधन के इस प्रस्ताव को यूनियनों के प्रतिनिधियों ने एक सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि यह मजदूरों को उपहास करने का प्रस्ताव था. प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रबंधन वेतन समझौता पर संवेदनशील नहीं है. उनके प्रस्ताव से ऐसा लगता है कि प्रबंधन मजदूरों की मांग पर संवेदनशील नहीं है. प्रबंधन को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए और ठोस प्रस्ताव लाना चाहिए. ऐसे प्रस्ताव से मजदूरों का मनोबल गिरेगा तथा जग हंसाई भी होगी.
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प्रबंधन के इस प्रस्ताव पर यूनियनों ने अलग से बैठक कर एक राय रखते हुए प्रबंधन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. प्रबंधन के प्रस्ताव के तुरंत बाद बैठक खत्म हो गयी. श्रमिक संगठनों ने सीएमपीडीआई के विलय के निर्णय के खिलाफ प्रस्ताव पारित करते हुए प्रबंधन से कहा कि सरकार से बात कराने के लिए चेयरमैन मंत्रालय से बात करें.
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कोलकाता में कोयला उद्योग में कार्यरत केंद्रीय श्रमिक संगठनों, भारतीय मजदूर संघ (भामस), हिन्द मजदूर सभा (हिमस), आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), एवं सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) से सम्बद्ध कोल फेडरेशनों की बैठक हुई. जिसमें भारत सरकार ने सीएमपीडीआईएल एवं एमईसीएल के विलय के प्रस्ताव की अनुमति दी है. इस निर्णय का हम सख्त विरोध करते हैं. इससे हम लोगों को लगता है कि सीएमपीडीआईएल को कोल इंडिया लिमिटेड से अलग करने का सरकार ने मन बना लिया है.
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इस संबंध में आगे कहना चाहते हैं कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 में ट्रेड यूनियनों को यह आश्वासन दिया गया था कि कोल इंडिया से सीएमपीडीआईएल को अलग नहीं किया जाएगा. सरकार का यह विलय प्रस्ताव दिये गए आश्वासन के विपरीत है.आगे हम पुनः कहना चाहते हैं कि कोयला मजदूरों के 11वें वेतन समझौते की बातें चल रही है,जिसमें सीएमपीडीआईएल को कोल इंडिया से अलग नहीं करने की मांग की गयी है. ऐसे में सरकार द्वारा विलय का निर्णय अनुचित है तथा इस निर्णय से औद्योगिक शांति भंग हो सकती है. इस निर्णय से यह भी आशंका बनती है कि कोल इंडिया की अन्य कंपनियों खास तौर से बीसीसीएल एवं ईसीएल को भी अलग किया जा सकता है. अतः हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार अपने निर्णय को वापस ले.
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बैठक में ये थे उपस्थित
बैठक में बीसीसीएल, ईसीएल, सीसीएल, एसईसीएल, एस सी सी एल, कोल इंडिया के निदेशक कार्मिक, एसईसीएल सिंगरोली के निदेशक एवं यूनियनों की तरफ से के लक्ष्मीया रेड्डी, सुरेंद्र कुमार पांडे ,सुधीर घुरड़े, एटक से रमेंद्र कुमार, आर सी सिंह, लखन लाल महतो, सीता रमैया, हरिद्वार सिंह, सीटू से डीडी रामानंदन, सुजीत भट्टाचार्य, शिव कुमार यादव ,सिद्धार्थ गौतम रघुनंदन राघव इत्यादि उपस्थित थे.
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