Bermo : आदिवासी समाज आज भी प्रकृति के नजदीक है. सरहुल पर्व पर यह समाज पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है. उक्त बातें गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने बुधवार को यहां कही. श्री महतो ने कहा कि गोमिया प्रखंड के स्वांग न्यू माइनस में आदिवासी सरना पूजा समिति द्वारा आयोजित सरहुल पूजा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. विधायक डॉ. लंबोदर महतो को पूजा समिति के सदस्यों द्वारा सखुआ का फूल एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
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इस अवसर पर सरना पूजा स्थल पर विधायक डॉ. महतो द्वारा पूजा अर्चना की गयी और मांदर की थाप पर समिति के सदस्यों के साथ नृत्य भी किया. विधायक ने कहा कि सरहुल प्रकृति का पर्व है और यह पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय अपनी संस्कृति तथा सभ्यता को बचाये हुए हैं और प्रकृति प्रदत्त चीजों का अधिकतर उपयोग करते हैं. इसके उपयोग से स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है.
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उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए मिलजुलकर कार्य करने की बात कही. इस दौरान आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा सरहुल पर्व पर नगर भ्रमण भी किया गया. मौके पर आजसू के केंद्रीय सचिव राजेश विश्वकर्मा, विधायक प्रतिनिधि विपिन कुमार, पूर्व मुखिया बिनोद विश्वकर्मा, पूजा कमिटी के अध्यक्ष रविशन मांझी, सचिव हर्ष उरांव, कोषाध्यक्ष अंकित लकड़ा, सूरज मुंडा, राजकुमार यादव, रीता मिंज, सुकमती कुमारी, सुरेंद्र राम, रोहित मुंडा, धनराज मुंडा, पिंटू निषाद, रामचंद्र यादव आदि उपस्थित थे.