Bermo: सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के स्वांग-गोविंदपुर परियोजना के आउटसोर्सिंग मजदूरों ने सोमवार से चक्का जाम करने का निर्णय लिया है. इसे लेकर रविवार को स्वांग परियोजना में मजदूरों की बैठक हुई और उसमें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चक्का जाम आंदोलन की तैयारी पर चर्चा हुई. इस संबंध में मजदूर नेता नरेश प्रजापति ने बताया कि स्वांग गोविंदपुर परियोजना में आउटसोर्सिंग कंपनी बीएलए के खिलाफ अनिश्चितकालीन घेराव और चक्का जाम आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि इस कंपनी के पहले इस परियोजना में वर्ष 2018 से 2021 तक आउटसोर्सिंग कंपनी चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कर्स ( प्रा०) लिमिटेड कार्यरत था. उस दौरान इस परियोजना में विस्थापित और एवं स्थानीय लगभग 80 मजदूर यहां कार्यरत थे. कार्यरत मज़दूरों में सुपरवाइजर, स्टोर कीपर, पोकलेन, डोजर, ओबी वाहन चालक, मेंन्टेनेंस मेकेनिक, मेंन्टेनेंस हेल्पर, ब्लास्टिंग मैन, सिक्युरिटी गार्ड, कांटा बाबू और डम्प मैन सहित अन्य कार्यों के दक्ष मजदूर काम कर रहे थे.
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नयी कंपनी बाहर के मजदूरों से ले रही काम – मजदूर
मजदूरों ने कहा कि पहले वाली कंपनी चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्क्स लिमिटेड कंपनी की जगह पर दूसरी बीएलए नाम की कंपनी को ठेका मिला है. पुराने मज़दूरों ने सीसीएल स्वांग गोविंदपुर फेज-दो के परियोजना पदाधिकारी को एक आवेदन पत्र 15 अप्रैल को दिया और पुराने आउटसोर्सिंग मजदूरों को सर्वप्रथम नियोजन देने की मांग की. लेकिन मजदूरों से वार्ता किए बगैर आउटसोर्सिंग कंपनी बीएलए ने कार्य शुरू कर दिया है. इसके अलावा इस नए कंपनी ने बाहर से मजदूर लाकर कार्य शुरू कर दिया है. लिहाजा विवश होकर पूर्व से कार्यरत आउटसोर्सिंग मजदूर आंदोलन करने को विवश हुए हैं. बैठक में ताहिर अंसारी, रंजीत पाठक, राधा रमण सिंह, शरीफ अंसारी, शंकर महतो, जितेंद्र कुमार चौहान, नरेश किस्कू, शम्भु महतो, रामेश्वर यादव, जागोलाल चौहान शामिल हुए.
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