Anant Kumar
Bermo : आयकर विभाग ने बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह के ढोरी स्थित आवास समेत कई ठिकानों पर दो दिनों तक छापेमारी की. दो दिनों की छापेमारी के बाद चौक -चौराहों पर तरह-तरह की चर्चा गर्म है. आयकर विभाग के अधिकारी 4 नवंबर की सुबह करीब सात बजे से बेरमो विधायक के ढोरी स्थित आवास में छापेमारी शुरू की, जो 5 नवंबर की देर रात तक चली.
कुमार जयमंगल के भाई कुमार गौरव ने दी सफाई
इस मैराथन छापामारी में आयकर विभाग को क्या मिला, यह तो विभाग ही बता सकता है. हालांकि कुमार जयमंगल के अनुज सह युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव ने प्रेस के सामने अपनी सफाई पेश की. वैसे तो उनकी मां ने पहले ही दिन इशारों में कहा था कि कुछ होगा तब न मिलेगा. कुछ इसी तरह की बात कुमार गौरव ने भी कही. उनके मुताबिक, अधिकारी ज्यादा समय चाय- नाश्ता कर बैठे रहे. वे फोन से ही दूसरे स्थान पर छापेमारी का मॉनेटरिंग कर रहे थे. घर में 50 हजार नगद थे. मां का कुछ गहना था. और उनके कंपनी के कागजात थे.
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रांची में कुमार जयमंगल ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
रांची स्थित आवास में भी कुछ इसी तरह की छापेमारी में रकम की बात सामने आई. विधायक कुमार जयमंगल ने कहा कि उनके पास 90 हजार रुपये थे. पटना स्थित आवास में 600 रुपये मिला है. अब बेरमो सहित गोमिया एवं आसपास के क्षेत्रों में यह चर्चा है कि आयकर विभाग की छापेमारी क्या महज कांग्रेसी विधायक में भय उत्पन्न कराना था या कुछ और है. बेरमो में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेसी विधायकों की खरीद-फरोख्त में विपक्षी दल भाजपा असफल रही है. लिहाजा भाजपा खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है. कांग्रेस के समर्थकों का कहना है कि भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम विधायक कुमार जयमंगल ने दो बार किया है.
विधायक के समर्थन में कार्यकर्ताओं का धरना
आयकर विभाग की छापेमारी के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विधायक जयमंगल को विधायक खरीद फरोख्त मामले को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है. इसीलिए छापेमारी के दौरान वे दो दिनों तक विधायक के आवास के बाहर धरने पर बैठे रहे. शुक्रवार की सुबह आयकर विभाग के अधिकारियों ने विधायक के आवास पर छापेमारी शुरू की. जैसे ही इस बात की जानकारी कांग्रेस कार्यकर्ता को मिली, तो वे उनके आवास पर पहुंचने लगे. कार्यकर्ताओं ने देखा कि जिस गाड़ी में आयकर विभाग के अधिकारी पहुंचे थे, उसमें से एक गाड़ी में भाजपा के कार पास का स्टिकर लगा हुआ था. इसके बाद चर्चा होने लगी कि आयकर अधिकारी के साथ भाजपा के कार्यकर्ता भी अंदर हैं. भाजपा का स्टिकर लगा हुआ वीडियो तुरंत वायरल हो गया. कुछ ही देर में सैकड़ों की संख्या में विधायक के समर्थक पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. कुछ ही देर में बेरमो पुलिस सहित आसपास के थाना प्रभारी और अन्य बल वहां पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया. गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शाम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का पुतला फूंका. इसके बाद बेरमो की राजनीति गर्म हो गई.
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भाजपा ने भी किया पलटवार
भाजपा वाले भी चुप नहीं रहने वाले थे. वे भी दूसरे दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बेरमो विधायक कुमार जयमंगल का पुतला फूंका. अब दोनों ओर से आरोप -प्रत्यारोप के दौर शुरू है. आयकर विभाग के अधिकारी शनिवार रात वापस चले गए. पर चर्चा जोरों पर है कि दो दिन की मशक्कत के बाद आखिर क्या मिला.
विधायक की सफाई- नहीं मिली कोई बेनामी संपत्ति
बेरमो विधायक कुमार जयमंगल ने प्रेस वार्ता में बताया कि उनके यहां से जो कागजात बरामद हुआ है, उसमें घर के दस्तावेज शामिल हैं. पटना स्थित आवास से मात्र 600 रुपये मिले हैं. रांची आवास से आयकर विभाग को कोई नामी और बेनामी संपति नहीं मिली है. एक करोड प्रतिदिन आय का भी आयकर विभाग को दस्तावेज नहीं मिला है. झूठी खबर प्रकाशित की गई है. आयकर विभाग की इस छापेमारी से उन्हें बदनाम और भयभीत करने का असफल प्रयास किया गया है. विधायक ने बेरमो स्थित आवास से मात्र 54 हजार रुपये मिलने की बात कही है. इस खुलासे के बाद आयकर विभाग का जब बयान आएगा, तब हकीकत सामने आएगी कि क्या मिला. बहरहाल ठंड के इस मौसम में आयकर विभाग की छापेमारी से बेरमो की सियासत गरमा गई है.