Bermo : कसमार प्रखंड के दांतू में बनो किसान संस्था एवं उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी रांची की ओर से चल रहे रावे प्रशिक्षण के छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को कमलापुर हरि मंदिर परिसर में खेती किसानी पर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया. इस दौरान बच्चों के पांच समूह बनाये गए थे, जिसमें ग्रुप ए ने कृषि अध्ययन, ग्रुप बी ने एग्रीकल्चर स्कीम्स, ग्रुप सी ने ऑर्गेनिक फार्मिंग, ग्रुप डी ने किसान आत्महत्या एवं ग्रुप इ ने कौन है किसान विषय पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की. इस दौरान बच्चों ने नुक्कड़ नाटक में गीत एवं अन्य कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम से दर्शकों का मन जीत लिया. इस अवसर पर संस्था की सचिव आकांक्षा कुमारी ने बताया कि लोगों के बीच अपनी बातों को बेहतरीन तरीके से समझाने में नुक्कड़ नाटक एक सबसे बेहतरीन विकल्प है.
इसे भी पढ़ें–हजारीबाग: मेडिकल में पास करवाने के नाम पर हो रही थी ठगी, 3 गिरफ्तार
खेती किसानी सबसे बड़ा आधार- प्रशिक्षक
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों ने खेती किसानी पर मंडरा रहे संकट एवं उम्मीद के साथ साथ प्रकृति को कैसे हरा भरा रखते हुए जीविकोपार्जन कैसे करें. इस पर अपनी प्रस्तुति देते हुए ग्रामीणों को जैविक खेती की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. प्रशिक्षक प्रसेनजीत कुमार ने बताया कि खेती किसानी ही हमारा सबसे बड़ा आधार है, इसलिए बगैर किसान बने देश और राज्य का भला नहीं है. उन्होंने इस दौरान सभी बच्चों को नुक्कड़ नाटक की महत्ता पर भी प्रकाश डालते हुए कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कैरियर बनाने पर अपने विचार दिए. मौके पर आकांक्षा कुमारी, प्रसेनजीत कुमार, प्रवीण कुमार, बलदेव रजवार, मुकेश महतो, डॉ नारायण प्रसाद नायक, जगरनाथ नायक, राजेंद्र नायक, सुलेखा देवी,जितेंद्र कुमार नायक, नितेश कुमार, शमशेर आलम, कपिल नायक व अन्य ग्रामीण मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें–धनबाद : बीएलए आउटसोर्सिंग के विरोध में महिला जदयू करेगा चक्का जाम