Bermo : पंचायत चुनाव में वे सारे मुद्दे उठाए जा रहे हैं जो निवर्तमान जनप्रतिनिधियों द्वारा नियम विरुद्ध किए गए हैं. दरअसल 14वे वित आयोग की राशि से सामाग्री क्रय एवं योजनाओं में अनियमितता के कई मामले सामने आए थे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की ढुलमूल नीति के कारण मामले की जांच नहीं हुई और जो कुछ शिकायत भी दर्ज कराई गयी थी वे ठंडे बस्ते में डाल दिये गये.
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अनियमितता की बात उठा रहे हैं
पंचायत चुनाव में भाग ले रहे पंचायत के मुखिया प्रत्याशी सौर ऊर्जा द्वारा जलमीनार में निवर्तमान मुखिया द्वारा किए गए अनियमितता की बात उठा रहे हैं और मतदाताओं के बीच रख रहे हैं. वे जनता के बीच पंचायत के निवर्तमान मुखिया और संबंधित अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध जलमीनार और एलईडी लाइट खरीद की बात से अवगत करा रहे हैं. उनका कहना है कि वे यदि जीत जाएंगे तो जो अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के नियम विरुद्ध कार्य किए हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को शिकायत करेंगे.पिछले साल भी एलईडी लाइट और जलमीनार में अनियमितता की शिकायत गोमिया के उप प्रमुख मीना देवी ने एसडीओ से की थी. तब ऐसा लगा कि अब कुछ कार्रवाई आगे बढ़ेगी, लेकिन वह हवा हवाई साबित हुआ.
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सरकार के नियमों की अनदेखी
उप प्रमुख ने आरोप लगाया था कि गोमिया प्रखंड के अमूमन पंचायत में जलमीनार और एलईडी स्ट्रीट लाइट के क्रय करने में सरकार के नियमों की अनदेखी की गयी है. उप प्रमुख ने यह आरोप भी लगाया है कि उक्त सामग्री की खरीद, वास्तविक कीमत से अधिक राशि में की गयी है. जलमीनार का कार्य लाभुक समिति को दिया गया. लेकिन काम वेंडर से कराया गया. इसी प्रकार पेबर्स ब्लॉक सड़क निर्माण योजना में एकरारनामा लाभुक समिति से किया गया है, लेकिन योजना का वास्तविक क्रियान्वयन वेंडर के द्वारा कराया गया है.अधिकांश मामले में अनुमान्य से अधिक राशि का भुगतान सीधे वेंडर को किया गया. एसडीओ ने इन सभी बिन्दू पर जांच के लिए पत्र भी लिखा लेकिन कुछ हुआ नहीं. एलइडी लाइट के अधिष्ठापन में ईइएसएल के स्थान पर स्थानीय विक्रता से नियम विरूद्ध कराया गया है. एसडीओ ने 14 वें वित आयोग मद से निर्मित सौर ऊर्जा अधारित जलापूर्ति योजना यथा जलमीनार तथा स्ट्रीट लाइट से संबंधित जांच के लिए बीडीओ को पत्र दिया था.