Bermo : गोमिया प्रखंड के ललपनिया स्थित लुगू पहाड़ पर बनने वाली हाइडल पावर के विरोध में टूटीझरना ग्राम सभा के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को डीसी को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने बताया कि प्लांट के बनने से यहां की जो प्राकृतिक धरोहर है, वह नष्ट हो जाएगी. एक ओर जहां जंगल कटेंगे, वहीं जो वर्षो से आदिवासी घर और खेत बनाकर रह रहे हैं, सभी उजड़ जाएंगे. जंगल के कटने की वजह से ही ग्लोबल वार्मिंग की समस्या उत्पन्न हुई है, इसके बाद भी जंगल को नुकसान पहुंचाने के लिए प्लांट स्थापित करने की योजना बनायी गयी है.
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ग्रामीणों का कहना है कि वे इस प्लांट को यहां नहीं चहते हैं, यही बात डीसी को दिए गए ज्ञापन में भी कहा गया है. उन्होंने बताया कि 30 मार्च को बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत लुगू बुरु घंटाबाड़ी धोरोमगाढ़ के तलहटी पर बसे गांव पिंडरा टूटी झरना में हाइडल पावर प्लांट को लेकर DVC के अधिकारी सर्वे करने के लिए पहुंचे थे. इस बात की जानकारी जैसे ही गांव वालों को हुई तो वे सर्वे अधिकारी को मना किया.
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उनका कहना है कि यहां पर हाइडल पावर प्लांट बनने से हम सभी आदिवासी मूलवासी विस्थापित हो जाएंगे. हमारा जल, जंगल, जमीन नष्ट हो जाएंगा. हमारे सामाजिक आर्थिक संस्कृति पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. ग्रामीणों ने इसी बात को लेकर डीसी को ज्ञापन सौंपा है और प्लांट नहीं लगाने का अनुरोध किया है. प्रतिनिधि मंडल में हीरालाल टुडू, दिनेश मांझी, नरेश कुमार टुडू, सुखराम मांझी, प्रेम मांझी, नागेश्वर चौड़े, अशोक कुमार और सामाजिक कार्यकर्ता रोहित ठाकुर शामिल थे.