Anant das
Bermo: 29 साल से हरेन्द्र कुमार नियुक्ति पत्र का इंतजार कर रहे हैं . बेरमो कोयलांचल के कारो परियोजना के लिए हरेंद्र कुमार की जमीन ली गई. जमीन अधिग्रहण के समय हरेंद्र कुमार की उम्र 17 साल थी. 1993 में सीसीएल प्रबंधन ने उनका इंटरव्यू लिया. कहा कि एक साल बाद नियुक्ति पत्र देंगे. एक साल में शिक्षा के अनुसार ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाएगा . 29 साल हो गए, हरेन्द्र आज भी नियुक्ति पत्र का इंतजार कर रहे हैं .
भाई ने समझाया, नहीं माने हरेन्द्र
अब उनकी उम्र 46 वर्ष हो गई है . हरेन्द्र ने संकल्प ले रखा है कि जब तक जमीन के बदले नौकरी नहीं मिल जाती, तब तक वे शादी नहीं करेंगे. हरेंद्र के बड़े भाई दिलीप कुमार ने बताया कि शादी के लिए काफी प्रयास किया गया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है. इस संबंध हरेंद्र कुमार ने दुमका के सांसद सह कोयला मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य सुनील सोरेन को पत्र दिया है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि कारो परियोजना पदाधिकारी ने जमीन अधिग्रहण के बदले 15 फरवरी 1993 को इंटरव्यू के लिए बुलाया था. अधिकारियों ने इंटरव्यू लिया, लेकिन आज तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया. उन्होंने पत्र में लिखा है कि सीसीएल कार्यालय का चक्कर काट – काट कर बूढ़ा हो गया, लेकिन नौकरी नहीं मिली. हरेंद्र कुमार के बड़े भाई दिलीप कुमार ने कहा कि सीसीएल ने जमीन अधिग्रहण के एवज में विस्थापितों को नौकरी नहीं दी . न पुनर्वास के लिए जमीन दी. अब घर भी खाली करने को कह रही है. ऐसी परिस्थिति में वे कहां जाएंगे?
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