Jodhpur : साल 1971 की भारत-पाकिस्तान लड़ाई के नायक भैरो सिंह राठौड़ का सोमवार एम्स में निधन हो गया. युद्ध के दौरान विश्व प्रसिद्ध लोंगेवाला की लड़ाई में वह अपनी बहादुरी के दम पर दुश्मन के सैनिकों पर काल बन टूट पड़े थे. भैरो सिंह साल 1987 में बीएसएफ से रिटायर्ड हुए थे. सीने में दर्द और बुखार के चलते उन्हें जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया था.
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पाकिस्तानी ब्रिगेड और टैंक रेजिमेंट को ध्वस्त किया था
राठौड़ को थार रेगिस्तान में लोंगेवाला चौकी पर तैनात किया गया था, जो बीएसएफ की एक छोटी टुकड़ी की कमान संभाल रहे थे, जिसके साथ सेना की 23 पंजाब रेजिमेंट की एक कंपनी थी. यह उन जांबाज जवानों की बहादुरी थी जिसने 5 दिसंबर, 1971 को इस स्थान पर एक हमलावर पाकिस्तानी ब्रिगेड और टैंक रेजिमेंट को ध्वस्त कर दिया था.
1972 में मिला था सेना पदक
लोंगेवाला चौकी पर 1971 के युद्ध के बारे में बीएसएफ के रिकॉर्ड के अनुसार, जब पंजाब रेजिमेंट के 23 जवानों में से एक मारा गया, तो लांस नायक भैरों सिंह ने अपनी लाइट मशीन गन उठा ली और आगे बढ़ते दुश्मन पर ताबड़तोड़ हमले कर उन्हें गहरा नुकसान पहुंचाया. भैरों सिंह राठौड़ की दिखाई वीरता के लिए उन्हें 1972 में सेना पदक मिला. राठौड़ को कई अन्य सैन्य सम्मानों और असैन्य पुरस्कारों और से भी सम्मानित किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल दिसंबर में जैसलमेर में राठौड़ से मुलाकात की थी, जब वह बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह के लिए सीमावर्ती शहर गए थे.
पराक्रम को बॉर्डर फिल्म में प्रदर्शित किया गया था
राजस्थान की लोंगेवाला चौकी पर उनके द्वारा प्रदर्शित किये गये पराक्रम को बॉर्डर फिल्म में प्रदर्शित किया गया था. राठौड़ के बेटे सवाई सिंह ने बताया कि उनके पिता को युद्ध की 51वीं वर्षगांठ से दो दिन पहले 14 दिसंबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जोधपुर में भर्ती कराया गया था. वर्ष 1997 में रिलीज हुई फिल्म बॉर्डर में भैरों सिंह राठौड़ की भूमिका सुनील शेट्टी ने निभाई थी. रुपहले परदे पर तो भैरों सिंह (शेट्टी) शहीद हो गए थे, लेकिन असली बीएसएफ जवान और उसकी हिम्मत, शौर्य और बहादुरी की विरासत जीवित है.
पीएम मोदी ने की थी फोन पर बात
सवाई सिंह के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले फोन पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के रिटायर्ड लांस नायक राठौड़ को फोन किया था और उनसे कहा था कि 1971 के युद्ध में उनके योगदान के लिए राष्ट्र ऋणी है और देश उनके जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहा है.