Washington : अंतरिक्ष से एक बड़ी खबर आयी है. 1.5 किलोमीटर चौड़ा एक खतरनाक एस्टेरॉयड एक दिन पृथ्वी से टकरा सकता है. खगोलविदों ने इस विशाल उल्कापिंड (Asteroid) की खोज की है. यह सूरज की तेज रोशनी में छिपा हुआ था. जान लें कि वैज्ञानिकों ने इसे सबसे खतरनाक यानी Potentially hazardous asteroid की श्रेणी में रखा है. कहा जा रहा है कि यह एस्टेरॉयड अगर पृथ्वी से टकरायेगा, तो इसके असर कई महाद्वीपों में महसूस किया जायेगा.
‘Planet killer’ asteroid found hiding in sun’s glare may one day hit Earth https://t.co/RYU2nzu7Av pic.twitter.com/GqUmBruYAg
— SPACE.com (@SPACEdotcom) October 31, 2022
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इसे Planet Killer कहा जा रहा है
इसे प्लेनेट किलर (Planet Killer) कहा जा रहा है. इस एस्टेरॉयड का नाम 2022 AP7 है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस एस्टेरॉयड को इतने लंबे समय तक इसलिए नहीं खोजा जा सका क्योंकि यह पृथ्वी और शुक्र के बीच के क्षेत्र में परिक्रमा करता है. इस क्षेत्र में एस्टेरॉयड को खोजने के लिए, खगोलविदों को सूर्य की दिशा में देखना पड़ता है. सूरज की तेज चमक की वजह से वहां देख पाना लगभग असंभव है.
हबल स्पेस टेलीस्कोप जैसे मुख्य टेलीस्कोप कभी सूरज पर नजर नहीं डालते
जान लें कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप और हबल स्पेस टेलीस्कोप जैसे मुख्य टेलीस्कोप कभी सूरज पर नजर नहीं डालते, क्योंकि सूरज की चमक से उनके संवेदनशील लैंस और ऑप्टिक्स पर प्रभाव पड़ेगा. कार्नेगी इंस्टीट्यूशन फॉर साइंस एंड प्लैनेट्स लेबोरेटरी के अर्थ और प्लैनेट लैबोरेटरी के एस्ट्रोनॉमर और शोध के लेखक स्कॉट एस शेपर्ड (Scott S. Sheppard) का कहना है कि सूर्य की चमक से न दिख पाने की वजह से अब तक केवल 25 एस्टेरॉयड ही खोजे जा सके हैं.
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पृथ्वी से टकराया तो बहुत बड़ा नुकसान पहुंचायेगा
वैज्ञानिकों के अनुसार 2022 AP7 अगर पृथ्वी से टकराता है तो चेल्याबिंस्क की तुलना में कहीं ज्यादा नुकसान करेगा. हालांकि अभी वैज्ञानिकों ने यह गणना नहीं की है कि यह पृथ्वी से कब टकरायेगा, लेकिन भविष्य में यह पृथ्वी से टकरा सकता है. बता दें कि 2013 में, एक बहुत छोटा एस्टेरॉयड (66 फीट चौड़ा) बिना किसी चेतावनी के सूर्य की दिशा से पृथ्वी पर आ गया. वह एस्टेरॉयड दक्षिणपूर्वी रूस के चेल्याबिंस्क(Chelyabinsk) शहर के ऊपर आकर फट गया, जिससे हजारों इमारतों की खिड़कियां टूट गयी थीं.
खगोलविदों ने दो और छोटे एस्टेरॉयड खोजे हैं
2022 AP7 के अलावा, खगोलविदों ने दो और छोटे एस्टेरॉयड खोजे हैं, जिनमें से एक सूर्य के सबसे करीब है. इसका नाम है 2021 PH27. इसके अलावा दूसरे एस्टेरॉयड का नाम है 2021 LJ4. ये दोनों क्षुद्रग्रह उन ऑर्बिट को फॉलो करते हैं जो पृथ्वी के साथ नहीं अड़तीं. चिली में सेरो टोलोलो इंटर-अमेरिकन ऑब्जर्वेटरी (Cerro Tololo Inter-American Observatory) में सुपरसेंटिव डार्क एनर्जी कैमरा (DEC) ने इस एस्टेरॉयड को खोज निकाला है. यह कैमरा सांझ या गोधूलि के समय (twilight hours) पूरे आकाश को स्कैन करता है. इसी दौरान रोजाना 10 मिनट के टाइम फ्रेम में इन एस्टेरॉयड्स को देखा जा सकता है.
घनी आबादी वाले इलाके में भारी तबाही मचा सकते हैं.
खगोलविद फिलहाल 2,200 से ज्यादा खतरनाक क्षुद्रग्रहों और स्पेस रॉक की निगरानी करते हैं जो पृथ्वी के काफी करीब हैं और जिनकी चौड़ाई 1 किमी से ज्यादा है. ऐसे क्षुद्रग्रह चिंता का विषय इसलिए हैं क्योंकि इनसे बड़ा विनाश हो सकता है और ये पूरे पृथ्वी को प्रभावित करेंगे. हालांकि, छोटे एस्टेरॉयड भी अगर किसी घनी आबादी वाले इलाके पर गिरते हैं तो बहुत तबाही मचा सकते हैं.