किसी भी अपार्टमेंट के पास नहीं है एनओसी, भेजा गया है नोटिस, नहीं दिया गया है जवाब
Gaurav Prakash
Hazaribagh : धनबाद में हुए अग्निकांड से भी बड़ी घटना हजारीबाग में घट सकती है. इस बात को लेकर अग्निशमन विभाग के प्रभारी रामयश सिंह ने चेतावनी दी है. उन्होंने बताया कि हजारीबाग के किसी भी अपार्टमेंट में फायर से जुड़ा एनओसी नहीं लिया गया है और बड़े-बड़े अपार्टमेंट बनकर तैयार हो गए हैं. पिछले दिनों पदाधिकारी ने कई अपार्टमेंट वालों को नोटिस भी दिया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया है. अगर आगजनी होगी, तो धनबाद से भी बड़ी घटना यहां घट सकती है और अग्निशमन विभाग मदद भी नहीं कर पाएगा. छोटी-छोटी गली, संकरे रास्ते में बड़े-बड़े अपार्टमेंट बना दिए गए हैं. अपार्टमेंट के अंदर फायर ब्रिगेड की गाड़ी तक नहीं घुस सकती है. जब फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर नहीं आ पाएगी, तो समझा जा सकता है कि कितनी बड़ी अनहोनी हो जाएगी. पदाधिकारी ने अपार्टमेंट वालों से और तमाम बिल्डरों से अपील भी की है कि वह जब भी अपार्टमेंट बनाएं, तो फायर से एनओसी अवश्य लें.
अपार्टमेंट के मालिकों ने क्या धोखा देकर रजिस्ट्री की है
हजारीबाग में बड़े-बड़े अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के लिए यह बुरी खबर है कि जिस अपार्टमेंट में वे रहते हैं उसके मालिक ने फायर ब्रिगेड से एनओसी प्राप्त नहीं किया है. जिले में एक भी ऐसा अपार्टमेंट नहीं है, जिसके पास एनओसी हो. इस बात की जानकारी स्वयं अग्निशमन प्रभारी ने दी है. यह चिंता का विषय है कि आखिर बिना एनओसी लिए ही कैसे बड़े-बड़े अपार्टमेंट बनकर तैयार हो गए. अपार्टमेंट में सैकड़ों लोग आज के समय में रह रहे हैं. लाखों रुपए पेमेंट करके कई लोगों ने अपार्टमेंट की रजिस्ट्री भी कराई है. ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि अपार्टमेंट के मालिकों ने क्या धोखा देकर रजिस्ट्री की है.
कई सरकारी कार्यालयों ने भी फायर ब्रिगेड से नहीं लिया एनओसी
शहर के कई सरकारी कार्यालयों ने भी फायर ब्रिगेड से एनओसी नहीं लिया है. सदर अस्पताल और राजकीय बीएड कॉलेज हजारीबाग को छोड़ दिया जाए, तो किसी के पास भी एनओसी नहीं है. समाहरणालय के नए भवन जहां उपायुक्त समेत कई बड़े पदाधिकारी का कार्यालय है, उस कार्यालय को भी एनओसी प्राप्त नहीं है. लापरवाही का आलम यह है कि शहर के कई बड़े स्कूल, प्रतिष्ठान, मॉल, होटल आदि भी बिना एनओसी के चल रहे हैं. विनोबा भावे विश्वविद्यालय में फायर ब्रिगेड का सिस्टम तो है, पर एनओसी प्राप्त नहीं है. वहीं हजारीबाग आरोग्यम हॉस्पिटल और डेंटल कॉलेज डेमोटांड, समेत कुछ अस्पताल के पास एनओसी प्राप्त है. शेष नर्सिंग होम भगवान भरोसे ही चल रहे हैं.
धनबाद के आशीर्वाद अपार्टमेंट में हजारीबाग के लोग भी थे मौजूद
धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम करीब 6:30 बजे आग लग जाने की घटना घटी थी. इस अपार्टमेंट में रहने वाले सुबोध लाल की बेटी की शादी थी. उनके घर में हजारीबाग और बोकारो से रिश्तेदार आए हुए थे. आग में जलने और दम घुटने से 14 लोगों की जान चली गई. वहीं 36 लोग जख्मी हुए हैं.
‘शुभम संदेश’ ने खबर को प्रमुखता से किया था प्रकाशित और जाहिर की थी चिंता
इस खबर को कुछ दिन पहले ही ‘शुभम संदेश’ ने बड़ी प्रमुखता के साथ प्रकाशित भी किया था. यह चिंता जाहिर की थी कि जिस तरह से अपार्टमेंट का जंगल जिले में खड़ा होता जा रहा है और अपार्टमेंट में फायर से जुड़ा एनओसी किसी के पास नहीं है. आलम यह भी है कि अग्निशमन यंत्र भी कई अपार्टमेंट के पास नहीं है.
अग्निशमन विभाग के प्रभारी रामयश सिंह का कहना है कि अगर धनबाद वाली घटना हजारीबाग में घटेगी, तो उससे भी बड़ी तबाही हो सकती है. हजारीबाग के किसी भी अपार्टमेंट के पास अग्निशमन से लिया हुआ एनओसी नहीं है. यहां तक कि कई ऐसे अपार्टमेंट और दफ्तर हैं, जहां अग्निशमन यंत्र भी स्थापित नहीं किया गया है. अगर किसी ने अग्निशमन यंत्र खरीदा है, तो वह एक्सपायर कर गया है. उन लोगों ने कई बार एनओसी के लिए विभिन्न कार्यालय और बिल्डरों को नोटिस भी किया है. लेकिन किसी ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई और जवाब भी नहीं दिया है.
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