Patna : बिहार में भी H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस ने दस्तक दे दी है. पटना की एक महिला इस फ्लू से संक्रमित पाई गई है. राज्य में यह पहला मामला है. राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट में महिला की जांच हुई थी, जिसकी रिपोर्ट अब सामने आ गई है. इसके अनुसार महिला इस फ्लू से संक्रमित है. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हलचल मच गई है. मालूम हो कि पूरे देश में यह बीमारी फैल रही है. इस फ्लू के कारण अब तक दो लोगों की मौत भी हो चुकी है.
इस वायरस का कोरोना जैसा ही इफेक्ट
इस वायरस का कोरोना जैसा ही इफेक्ट है. ये सीधे लंग्स पर अटैक करता है. ओपीडी में दिखाने के दौरान महिला मरीज का सैंपल लिया गया था. जांच में H3N2 से पीड़ित हाेने की पुष्टि हुई. यह जानकारी आरएमआरई के निदेशक डॉ. कृष्णा पांडेय ने दी. उन्होंने बताया कि ओपीडी में इस महीने 21 सैंपलों की जांच हुई, जिसमें एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया. सेरोलॉजी जांच से ता चलता है कि मरीज H3N2 इन्फ्लुंएजा वायरस से पीड़ित है या नहीं. पटना मेडिकल कॉलेज के ओपीडी में ऐसे मरीज आ रहे हैं, जो सर्दी, खांसी, बुखार, उल्टी बदन दर्द, गले में खराश से पीड़ित हैं. ऐसे में मरीजों का सेरोलॉजिक जांच करवाया जाता है. जिसमें ये पता चल जाता है कि मरीज एचएन2 इन्फ्लुएंजा वायरस से संक्रमित है या नहीं.
मरीज को गुनगुने पानी का उपयोग करना चाहिए
दूसरी ओर, H3N2 के बढ़ते मामले के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों काे पत्र लिखकर सतर्कता बरतने को कहा है. वहीं, अब बिहार में H3N2 इन्फ्लुएंजा का एक मामले मिलने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गयी है. जारी एडवाइजरी में ये कहा गया है कि इस वायरल में एंटीबायोटिक मददगार नहीं होती है. ऐसे मरीज को एंटीबायोटिक दवाओं के बजाय मौसमी फलों के साथ स्वस्थ आहार लेना चाहिए, जो उनके लिए अच्छा होगा. इसके साथ ही मरीज को गुनगुने पानी का उपयोग करना चाहिए जो कि उनके लिए बेहद लाभकारी होगा. H3N2 इन्फ्लुएंजा के मरीज को स्वच्छता का खास ध्यान रखना चाहिए.
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