Patna : बिहार सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में आईपीएस अधिकारी को निलंबित कर दिया है. इनमें पूर्णिया के एसपी दयाशंकर और गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार शामिल हैं. गृह विभाग ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी की है. पूर्णिया के एसपी दयाशंकर पर आय से 65% अधिक संपत्ति रखने का आरोप है. हाल ही में उनके आवास समेत चार ठिकानों पर छापेमारी में अकूत संपत्ति जब्त की गयी थी. वहीं गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार पर अपने एक दोस्त को नकली चीफ जस्टिस बनाकर डीजीपी को फोन करवाया था. अपने ऊपर चल रहे केस को प्रभावित की थी.
डीजीपी से जालसाजी के मामले में आरोपी हैं आदित्य
गया के एसएसपी रहे आदित्य कुमार डीजीपी से जालसाजी के मामले में आरोपी हैं. हाल ही में फर्जी चीफ जस्टिस अभिषेक अग्रवाल का खुलासा हुआ है. जिसमें पता चला कि गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार ने अपने मित्र अभिषेक अग्रवाल के साथ मिलकर हाईकोर्ट के फर्जी चीफ जस्टिस के नाम पर डीजीपी एसके सिंघल को पैरवी वाली कॉल करने की साजिश रची थी.
दयाशंकर पर अवैध कमाई का आरोप
वहीं 2016 बैच के आईपीएस दयाशंकर पर आरोप है कि एसडीपीओ जगदीशपुर, एसपी शेखपुरा और एसपी पूर्णिया के पद पर रहते हुए इन्होंने करीब 72.71 लाख रुपये की अवैध कमाई की है. एसपी दयाशंकर के ठिकानों पर एसवीयू और ईओयू ने रेड डाला था. छापेमारी में पूर्णिया एसपी पर बिल्डर के साथ सांठगांठ कर काली कमाई के सबूत मिले हैं. छापेमारी में इनके आवास से 2.96 लाख रुपये नकद और 28 लाख रुपये का सोना बरामद किया गया था. इसके साथ ही पटना के दानापुर में दो फ्लैट और एक दुकान होने के भी सबूत मिले हैं.