Patna : बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों पर मंगलवार से नामांकन शुरू हो गया. वैसे पहले दिन अब तक किसी के परचा भरने की सूचना नहीं है. इधर, राज्यसभा उपचुनाव में जदयू के एकमात्र प्रत्याशी अनिल हेगड़े निर्विरोध निर्वाचित किये गये हैं. विधानसभा के सचिव सह राज्यसभा उपचुनाव के निर्वाची पदाधिकारी ने नाम वापसी की निर्धारित अवधि तीन बजे के बाद उन्हें प्रमाणपत्र सौंप दिया. इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार व विधान परिषद सदस्य संजय सिंह गांधी मौजूद थे. इधर, प्रेक्षक के प्रतिनिधि के रूप में अशोक प्रियदर्शी मौजूद थे.
नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 मई
इधर, बिहार कोटे की राज्यसभा की पांच सीटों के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी. इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 मई है. नामांकन पत्रों की जांच एक जून को की जायेगी, जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि तीन जून है. मतदान 10 जून को होगा. उसी दिन मतदान खत्म होने के बाद शाम पांच बजे से मतगणना होगी.
सात जुलाई को समाप्त हो रहा है चार सदस्यों का कार्यकाल
बिहार के जिन चार सदस्यों का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है, उनमें भाजपा के गोपाल नारायण सिंह व सतीश चंद्र दुबे, राजद की मीसा भारती, जदयू के केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह हैं, जबकि शरद यादव की सीट चार दिसंबर, 2017 से रिक्त हैं. वहीं उम्मीदवार को लेकर अब तक संशय की स्थिति बनी ही हुई है. किसी भी दल की तरफ से अभी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की गयी है.
किंग महेंद्र के असमय निधन के बाद खाली हुई सीट
गौरतलब है कि जदयू के सांसद रहे डॉ महेंद्र उर्फ किंग महेंद्र के असमय निधन के बाद खाली हुई सीट पर जदयू ने अनिल हेगड़े को प्रत्याशी बनाया था. सर्वसम्मति से जेडीयू ने उन्हें उम्मीदवार के तौर पर चुना. जिसे लेकर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बयान दिया. सीएम ने कहा कि लंबे समय से पार्टी की सेवा करने वाले को सबने प्रत्याशी बनाया.
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