Patna: पश्चिमी चंपारण के रामनगर में एक नर्सिंग होम की करतूत सामने आयी है. यहां ऑपरेशन और डिलीवरी के लिए भर्ती हुई सात महिलाओं के गर्भाशय निकालने का मामला सामने आया है. सभी महिलाएं 22 से 35 वर्ष तक की हैं.
12 से अधिक मरीजों को लेकर संचालक फरार
मामले का खुलासा तब हुआ जब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और रामनगर में चलने वाले इस नर्सिंग होम पर छापेमारी की. वहीं दर्जनभर महिलाओं को लेकर निजी होम संचालक फरार है. इस घटना से लोगों में काफी आक्रोश है.
इसे पढ़ें- झारखंड: 50 ठिकानों पर आईटी रेड में 100 करोड़ निवेश का खुलासा,2 करोड़ बरामद
मरीजों को जीएमसीएच में किया गया शिफ्ट
छापेमारी के दौरान नर्सिंग होम में सात महिलाएं मिलीं, जिनका गर्भाशय निकाला गया था. अपेंडिक्स और पथरी के ऑपरेशन के एक-एक मरीज भी भर्ती थे. दो महिलाओं का ऑपरेशन कर डिलीवरी कराया गया था. सभी को जीएमसीएच में शिफ्ट कर दिया गया है. बगहा एसडीएम डॉ. अनुपमा सिंह और सीएस डॉ. वीरेंद्र कुमार चौधरी द्वारा गठित टीम में रामनगर पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रभूषण सिंह के अलावा बीडीओ चंद्रगुप्त कुमार बैठा, सीओ विनोद कुमार मिश्रा और थानाध्यक्ष अनंत राम शामिल थे.
इसे भी पढ़ें- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का झारखंड दौरा : तैयारियों का जायजा लेने खूंटी पहुंचे मुख्य सचिव, डीजीपी समेत कई अन्य अधिकारी