Patna : मोकामा और गोपालगंज के बाद अब कुढ़नी विधानसभा सीट उपचुनाव पर अब सबकी नजर लगी हुई है. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट पर इस बार महागठबंधन और बीजेपी के बीच रोचक मुकाबला होने जा रहा है. बीजेपी ने यहां से पूर्व विधायक केदार गुप्ता को टिकट दिया है. वहीं, महागठबंधन से यह सीट जेडीयू के खाते में गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने कुढ़नी से पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है. दिलचस्प बात ये है कि पूर्व में बीजेपी के केदार गुप्ता जेडीयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को हरा चुके हैं.
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वीआईपी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी मैदान में
जेडीयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा ने सोमवार को नामांकन कर दिया. इस सीट पर मुकेश सहनी की वीआईपी और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने भी ताल ठोकी है. मगर मुख्य मुकाबला बीजेपी और जेडीयू के बीच ही होने के आसार हैं.
मनोज कुशवाहा को हरा चुके हैं केदार गुप्ता
2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के केदार गुप्ता और जेडीयू के मनोज कुशवाहा आमने-सामने थे. उस वक्त भी कुशवाहा महागठबंधन के प्रत्याशी थे, जिन्हें आरजेडी-कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों का समर्थन प्राप्त था. फिर भी मनोज कुशवाहा को करीब 11 हजार वोटों से केदार गुप्ता के हाथों हार झेलनी पड़ी. अब एक बार फिर दोनों आमने-सामने हैं.
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अनिल सहनी की सदस्यता रद्द होने पर उपचुनाव
2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी और जेडीयू फिर से साथ आ गए थे. इस कारण मनोज कुशवाहा को यहां से टिकट नहीं मिला. बीजेपी के केदार गुप्ता ही एनडीए के प्रत्याशी बनाए गए. मगर उन्हें आरजेडी के अनिल सहनी के हाथों करीबी मुकाबले में हार झेलनी पड़ी. अनिल सहनी महज 712 वोटों के अंतर से जीते थे. पिछले दिनों अनिल सहनी को एलटीसी घोटाले में सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई. इस कारण यहां उपचुनाव की नौबत आई है.