Jamshedpur : बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा में प्रधानगी को लेकर दो पक्षों के बीच जारी विवाद को पंथिक मर्यादा अनुसार समाप्त करने की पहल शुक्रवार से शुरू की गई. तख्त पटना साहिब से बनाई गई पांच सदस्यीय संयोजन समिति ने मानगो गुरुद्वारा के कार्यालय में दोनों धड़ों से अलग-अलग बात की. पहली पाली में तीन से चार बजे तक पुरानी कमेटी के महासचिव त्रिलोक सिंह, नवतेज सिंह कंग, राजा टेंट वाले आदि प्रतिनिधि जुटे. दूसरी पाली में चार से पांच बजे तक इंदरजीत सिंह कपूर, गुरचरण सिंह भोगल, अमरजीत सिंह, दलजीत सिंह, दर्शन सिंह दरशी की बातें सुनीं गईं. दोनों पक्षों की बातें सुनने के बाद पांच सदस्यीय कमेटी ने यह तय किया कि समाज की मजबूती के लिए दोनों पक्षों को एक करना उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए, इसलिए दोनों पक्षों को मिलाने का रास्ता अगली बैठक में निकालने की कोशिश की जाएगी. पांच सदस्यीय कमेटी में सरदार शैलेंद्र सिंह, हरविंदर सिंह मंटू, भगवान सिंह, सुरजीत सिंह खुशीपुर और सतिंदर सिंह रोमी शामिल थे.
ये निकल सकता है रास्ता
बैठक में एक पक्ष ने सलाह दी कि पिछली कमेटी के 42 मेंबरों के बीच से एक प्रधान बनाया जा सकता है. या फिर पुरानी कमेटी से हटे गुरविंदर सिंह लवली को ही कमान सौंपी जा सकती है. एक पक्ष ने यह भी साफ कह दिया कि नवतेज सिंह गत चुनाव में न तो उम्मीदवार थे, न ही अभी कमेटी मेंबर. इसलिए उन्हें कमेटी में स्थान नहीं दिया जा सकता. मालूम हो कि गुरुद्वारा कमेटी में विवाद को लेकर इंदरजीत सिंह कपूर ने दो दिन पहले इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद मामले में पांच सदस्यीय कमेटी ने संज्ञान लिया. कमेटी ने जिला प्रशासन से भी बात की है. उधर, से साफ निर्देश मिल चुका है कि वे पंचायत चुनाव के बाद ही गुरुद्वारा कमेटियों के चुनाव पर कुछ निर्णय लेंगे.