Ranchi: सहायक पुलिसकर्मियों की जवानी को नींबू की तरह निचोड़ कर यह सरकार उन्हें फेंकने का काम कर रही है. यह कहना है बीजेपी का. बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मोरहाबादी मैदान में धरना दे रहे सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में मिले नेताओं ने सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को जायज ठहराया और उनके आंदोलन में साथ देने का भरोसा दिया.
दीपक प्रकाश ने कहा कि रघुवर सरकार ने 2017 में सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की थी. राज्य के नौजवानों को रोजगार के साथ राज्य की सेवा करने का मौका दिया गया, लेकिन यह सरकार सहायकर्मियों की नियुक्ति नियमावली की सेवा शर्तों को नहीं मान रही है. 2200 सहायक पुलिसकर्मियों की भविष्य अधर में है. मात्र 10,000 रुपये की नौकरी करने वाले सहायक पुलिसकर्मियों की नौकरी पर तलवार लटक रही है. यह बड़ा दुर्भाग्य है. सरकार बिना देर किये सहायक पुलिसकर्मियों का समायोजन करे, उनकी सैलरी बढ़ाए और सेवा शर्तों का पूरी तरह पालन करे.
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सहायक पुलिसकर्मियों की आवाज और मुखर करेगी बीजेपी
दीपक प्रकाश ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मी वाजिब हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. इनकी मांगें जायज है और ये अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन कर रहे हैं. बीजेपी इनकी मांगों के साथ है. पार्टी सहायक पुलिसकर्मियों की आवाज को और मुखर करने के लिए की योजना बनाएगी. सदन से लेकर सड़क तक और मीडिया के माध्यम से कैसे सरकार पर सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को मानने के लिए दबाव बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह सरकार असंवेदनशील है. सिर्फ चुनाव के समय आदिवासी-मूलवासी की बात करती है. एक तो सरकार रोजगार नहीं दे रही है. उपर से जो लोग संविदा पर काम कर रहे हैं उन्हें भी हटा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जल्द से जल्द सहायक पुलिसकर्मियों से वार्ता कर मामले का निदान करें.
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जवानी निचोड़ ली, अब कहां जाएंगे पुलिसकर्मी- भानु प्रताप शाही
बीजेपी के विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों ने पिछले साल भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था. इस समय इनपर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया था. सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की थी और एक साल में समस्या के समाधान की बात कही थी, लेकिन अबतक कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि सिर्फ 10 हजार रुपये की नौकरी कर अपराधियों और उग्रवादियों से लड़ने वाले सहायक पुलिसकर्मियों की जवानी निचोड़ने के बाद अब सरकार उन्हें फेंकने का काम कर रही है.
सीपी सिंह ने कहा- संवेदनहीन हो गयी है सरकार
रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि हेमंत सरकार इतनी संवेदनहीन हो गयी है कि इनके मांगों को सुनने के लिए अभी तक सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गयी है. भाजपा सहायक पुलिस कर्मियों के न्यायोचित मांगों को अविलंब पूरा करने के लिए उनके साथ खड़ी है और झारखंड सरकार से मांग करती है कि त्वरित इस दिशा में कार्रवाई करे. प्रतिनिधिमंडल में विधायक समरी लाल, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, प्रदीप वर्मा, प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा, सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाईक, रंजीत कुमार, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर, लक्ष्मी कुमारी और मंजूलता समेत कई नेता शामिल थे.