Ranchi: झारखंड के बदले हुए राजनीतिक हालात के बीच प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने विधायक दल की बैठक बुलाई. प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी समेत कई विधायक मौजूद थे. विधायकों ने राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा की और चंपई सरकार को घेरने की रणनीति बनाई. बैठक के बाद अमर बाउरी ने कहा कि परिवारवाद के खिलाफ भाजपा की लड़ाई की वजह से चंपई सोरेन को आज मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. उन्हें इस अवसर का उपयोग राज्य की जनता की सेवा के लिए करना चाहिए, चंपई सोरेन सरकार को हेमंत सरकार की फोटो कॉपी नहीं बनना चाहिए.
इसे भी पढ़ें –हजारीबाग : डिप्टी कमांडेंट पद से रिटायर हो चुके एचके पाठक अब शुरू करेंगे सीएपीएफ अकादमी
पिछलग्गू न बने चंपई सरकार
बाउरी ने कहा कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को अविलंब ईडी द्वारा भेजे गए भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश देना चाहिए. हाल ही में रद्द की गई जेएसएससी परीक्षा की सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए. तभी राज्य की जनता को भरोसा होगा कि यह सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली सरकार है. बाउरी ने कहा कि चंपई सरकार पिछलग्गू नहीं बने बल्कि अपनी स्वतंत्र पहचान बनाए.
चंपई को कांग्रेस से सतर्क रहना चाहिए
अमर बाउरी ने कहा कि कांग्रेस का पुराना इतिहास है कि वह सहयोगी दलों की सरकार को फंसाकर खुद को बचाना चाहती है. कांग्रेस पार्टी राष्ट्र विरोधी ताकतों से मिली है. इसलिए मुखौटा को आगे रखकर अपना पूरा एजेंडा लागू कराती है. कांग्रेस के समर्थन से चलने वाली सरकारों के मुख्यमंत्री का वही हश्र हुआ है, जो हेमंत सोरेन का हुआ. इसलिए चंपई सोरेन को इससे सतर्क रहना चाहिए. वे आंदोलनकारी रहे हैं, इसलिए उन्हें अपनी सोच समझ से काम करना चाहिए.
इसे भी पढ़ें – भ्रष्टाचार और चंडीगढ़ महापौर चुनाव में धांधली को लेकर भाजपा-आम आदमी पार्टी का एक दूसरे के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन