Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर भाजपा ने सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है. पार्टी के राज्य मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने यह आरोप पत्र जारी करते हुए सरकार को सभी क्षेत्रों में विफल बताया. कहा कि 3 साल तक यह सरकार झूठ, लूट और भ्रष्टाचार में लिप्त रही. कोरोना काल में छोटे-छोटे बच्चे ऑनलाइन परीक्षा पास कर गये, लेकिन मुख्यमंत्री अपनी नाकामियों पर कोरोना का बहाना बनाते-बनाते फेल हो गये. राज्य भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका है. राज्य संपोषित भ्रष्टाचार को सत्ताधारी तीनों दलों का संरक्षण प्राप्त है. मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक से लेकर अधिकारी तक भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं. लूट में सत्ताधारी नेताओं ने ही नहीं बल्कि अधिकारियों ने भी भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखी है.
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19 जिलों में गंभीर अपराध नियंत्रण में पुलिस नाकाम
अपने आरोप पत्र में भाजपा ने कहा है कि झारखंड में अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है. हत्या के मामले में 4.1 की दर से झारखंड पूरे देश में अव्वल है. 3 साल में झारखंड में 5258 लोगों की हत्याएं हो चुकी है. 4813 बहन बेटियों के साथ बलात्कार की घटना घट चुकी है. 4485 अपहरण की भी घटनाएं घटी हैं. राज्य के 24 में से 19 जिलों की पुलिस गंभीर अपराध नियंत्रण में नाकाम है. राज्य में दम तोड़ता उग्रवाद भी इस सरकार की नाकामियों के कारण फिर से सिर उठा रहा है.
राज्य में बेरोजगारी के आंकड़े भयावह
आरोप पत्र में भाजपा ने कहा है कि राज्य में बेरोजगारी के आंकड़े भयावह और डरावने हैं. 19 राज्यों से ज्यादा बेरोजगारी दर झारखंड में है, जो राष्ट्रीय औसत से दोगुनी है. जनवरी में यह आंकड़ा 11.2 प्रतिशत से बढ़कर 27.1 प्रतिशत हो गया था. हर साल 5 लाख नियुक्ति करने का वादा और नौकरी नहीं देने पर बेरोजगारी भत्ता का सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आई इस सरकार में नियुक्ति का कोई अता-पता नहीं है. बेरोजगारी भत्ता के लिए जिलों से भेजी गई राशि सरेंडर हो गई. अव्यवहारिक तौर पर नियोजन नीति लागू की गई, जिसे हाईकोर्ट ने रद्द कर सरकार को आईना दिखा दिया.
महिला, आदिवासी, दलित और पिछड़ा विरोधी सरकार
भाजपा ने सरकार पर महिला विरोधी होने का भी आरोप लगाया. कहा कि हेमंत सरकार बनने के बाद अधिकारियों और दुराचारियों के निशाने पर महिलाओं और बच्चियां सबसे ज्यादा रहीं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते यहां बड़ी संख्या में आदिवासी दलित बेटियां उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं. ढाई साल में राज्य में महिला प्रताड़ना के 2431 केस सामने आए हैं. पार्टी ने सरकार को किसान, आदिवासी, दलित और पिछड़ा विरोधी बताया है. सरकार को तुष्टिकरण और धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली सरकार कहा है. कहा है कि ट्रांसफर-पोस्टिंग राज्य में संगठित उद्योग बन गया है. मद्य निषेध विभाग भी लूट का अड्डा बन गया है. राज्य सरकार केंद्रीय योजनाओं को अटका, लटका और भटका रही है.
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